नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मीडिया पोर्टल 'न्यूजक्लिक' के खिलाफ 2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई की विपक्षी दलों द्वारा की गई आलोचना का हवाला देते हुए मंगलवार को फिर निशाना साधा. भाजपा ने आरोप लगाया कि हो सकता है कि उन्होंने भारत की सुरक्षा और एकता को निशाना बनाने के लिए चीन के इशारे पर एक नया गठबंधन बनाया हो.
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#WATCH | BJP MP Dr. Sudhanshu Trivedi says, "We have just quoted a newspaper of America...Congress should apologise for supporting Anti-Indian people." https://t.co/ChVQw2OyLC pic.twitter.com/NHj5Foi4pd
— ANI (@ANI) August 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी द्वारा राज्यसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि न्यूज़क्लिक को चीनी फंडिंग संबंधी न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने उनकी पोल खोल दी है.
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#WATCH कुछ राजनीतिक दल के नेताओं को झूठ बोलने की आदत है। शायद, वे भूल गए कि संसद के अंदर यह नहीं चलता। सदन नियमों के अनुसार चलता है, हंगामे से नहीं। वे जितना चाहें देश को गुमराह करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों में इनकी पोल खुल गई है...: केंद्रीय मंत्री… https://t.co/azSYWDN54r pic.twitter.com/2xnA91iLgW
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गोयल ने कहा कि समाचार पोर्टल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद विपक्ष ने सरकार पर मीडिया को दबाने का आरोप लगाया था.
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#WATCH | "...Nevle aur saanp ke sambandh ho gaye...," says BJP MP SP Singh Baghel on I.N.D.I.A. alliance. pic.twitter.com/qytyd3W7gy
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न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच में दावा किया गया है कि दुनिया भर में लोगों को प्रभावित करने वाले अभियानों के पीछे एक अमीर अमेरिकी व्यापारी-कार्यकर्ता चीन से धन प्राप्त कर रहा है और विभिन्न कारणों की आड़ में चीनी दुष्प्रचार को आगे बढ़ा रहा है. इनमें जिनके नाम हैं उनमें 'न्यूजक्लिक' भी शामिल है.
गोयल ने कहा कि अमेरिकी दैनिक की रिपोर्ट से 'घमंडिया' गठबंधन के नेताओं का पर्दाफाश हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा गठित 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' यानी 'इंडिया' पर निशाना साधने के लिए 'घमंडिया' शब्द का इस्तेमाल किया है.
गोयल ने आरोप लगाया कि ऐसा सोचा जाता था कि केवल वाम दल ही रूस और चीन के निर्देशों का पालन करते हैं लेकिन फिर यह देखा गया कि कांग्रेस के युवा नेता को भी चीन निर्देशित करता है क्योंकि पार्टी ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
राज्यसभा में सदन के नेता ने संवाददाताओं से कहा कि 'न्यूजक्लिक' मुद्दा बहुत गंभीर है और यह उन लोगों के बारे में गंभीर सवाल उठाता है जो लोकतंत्र और स्वतंत्र प्रेस के बारे में बोलने का दावा करते हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और वाम दलों सहित अन्य दलों के नेताओं ने धनशोधन के आरोपों पर समाचार पोर्टल के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई को मीडिया को दबाने और वश में करने की सरकार की कोशिश के तौर पर पेश किया था. ईडी ने फरवरी 2021 में पोर्टल के परिसरों पर छापा मारा था क्योंकि एजेंसी ने धनशोधन में इसकी कथित संलिप्तता की जांच शुरू की थी.
गोयल ने कहा कि अब यह सामने आया है कि मीडिया की आड़ में न्यूजक्लिक ने भारतीय सुरक्षा को निशाना बनाया और यह दुष्प्रचार से लोगों को गुमराह करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा था.
उन्होंने आरोप लगाया, 'यह घमंडिया गठबंधन पूरी तरह से एक दूसरे को बचाने के उद्देश्य से है और यह गठबंधन शायद चीन के इशारे पर बनाया गया है.' उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कांग्रेस, माकपा, तृणमूल कांग्रेस, राजद और आप जैसे दल भारत की सुरक्षा, एकता और अखंडता को निशाना बनाने की साजिश के तहत एक साथ आए हों. त्रिवेदी ने इससे पहले राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाया था और पोर्टल के साथ कथित संबंधों के लिए कांग्रेस पर सवाल उठाए थे.
अनुराग ठाकुर बोले- चीन से पैसा लेने के मामले में राहुल गांधी सदन में दें बयान : उधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी जब सदन में आ रहे हैं तो उन्हें सदन के माध्यम से देश को यह बताना चाहिए कि राजीव गांधी फाउंडेशन में चीन से कैसे पैसा लिया गया और उसे कहां-कहां खर्च किया गया?
ठाकुर ने राहुल गांधी से सदन के अंदर देश से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि चीन द्वारा फंडेड न्यूज़क्लिक को उन्होंने क्यों समर्थन दिया और उस से उनको क्या-क्या लाभ मिला?
ठाकुर ने 'कांग्रेस का हाथ न्यूज़क्लिक के साथ' और 'न्यूज़क्लिक के ऊपर चाइना का हाथ' की बात कहते हुए कहा कि राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए कि ऐसे किन-किन लोगों से उन्हें फंडिंग प्राप्त हुई.
उन्होंने पूछा कि क्या यह खेल तभी शुरू हो गया था जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी ओलंपिक गेम्स देखने चीन गए थे ? बीजेपी सांसद एसपी सिंह बघेल ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा.
वहीं, आप सांसद राघव चड्ढा पर लगे फर्जीवाड़ा के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से बाहर कुछ राजनीतिक दल के नेताओं को झूठ बोलने की आदत है, लेकिन वे शायद यह भूल गए कि संसद के अंदर यह नहीं चलता है. सदन नियमों से चलती है, हंगामे से नहीं चलती.
उन्होंने कहा कि ये देश को जितना भी भ्रमित करने का प्रयास कर लें लेकिन लोक सभा और राज्य सभा दोनों सदनों में इनकी पोल खुल गई है. उन्होंने कहा कि कल जिस तरह से अरविंद केजरीवाल बाहर तिलमिला रहे थे तो कुछ लोग सदन के अंदर गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह कर रहे थे, यह दिखाता है आम आदमी पार्टी किस स्तर तक गिर सकती है और यह चिंताजनक है.
ईडी की जांच में भारतीय पत्रकारों को चीन से पैसा मिलने का पता चला : उधर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि भारत में कई पत्रकारों को कथित तौर पर चीन से धन मिला है. न्यूज़क्लिक स्टूडियो से जुड़े एक पीएमएलए मामले की जांच के दौरान यह बात सामने आई. हालांकि, अभी तक ईडी ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
सूत्रों के अनुसार, तीन साल की अवधि में 38.05 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी वाली विदेशी निधि के लिए पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो में पीएमएलए के तहत एक जांच की गई थी.
प्राप्त धनराशि कथित तौर पर कई पत्रकारों को वितरित की गई थी. ईडी के सूत्रों ने कहा कि जांच के दौरान एजेंसी ने खुलासा किया कि नेविल रॉय सिंघम ने 2018 और 2021 के बीच न्यूज क्लिक को लगभग 38 करोड़ रुपये प्रदान किए.
मूल रूप से श्रीलंका में रहने वाले अमेरिकी नागरिक सिंघम पर ईडी का दावा है कि वह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ा हुआ है. इसी साल फरवरी में ईडी ने न्यूज क्लिक के गुरुग्राम कार्यालय पर छापेमारी की थी और कई दस्तावेज जब्त किए थे.
ईडी का मामला अगस्त 2020 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है. जांच के दौरान कार्यकर्ता गौतम नवलखा का नाम सामने आया, जिसके बाद एजेंसी ने उनसे भी पूछताछ की. ईडी की जांच में पता चला कि प्रबीर पुरकायस्थ ने कथित तौर पर नवलखा को 20 लाख रुपये दिए थे. यह भी पता चला कि नवलखा और पुरकायस्थ ने एक अमेरिकी हथियार आपूर्तिकर्ता के साथ मिलकर एक फर्म की स्थापना की थी.
ईडी ने पाया कि अमेरिका की कुछ कंपनियों - जस्टिस एंड एजुकेशन फंड, जीएसपीएएन और ट्राइकॉन्टिनेंटल लिमिटेड - ने न्यूज क्लिक को धन मुहैया कराया. तीनों कंपनियां अमेरिका में एक ही पते पर पंजीकृत हैं.
इसके अतिरिक्त, ब्राज़ील स्थित एक फर्म, सेंट्रो पॉपुलर डेमिडास ने भी न्यूज़क्लिक को पैसे भेजे. न्यूज़क्लिक ने ईडी जांच को 'काल्पनिक खाता' कहा है.
(एक्स्ट्रा इनपुट एजेंसी)