तिरुनेलवेली: तमिलनाडु पुलिस ने राज्य की तिरुनेलवेली लोकसभा क्षेत्र के सदस्य ज्ञानथिरवियम के खिलाफ मामला दर्ज किया है. डीएमके नेतृत्व ने सांसद को नोटिस भेजकर कहा है कि वह पार्टी को बदनाम कर रहे हैं. सीएसआई के तिरुनेलवेली डायोसीज़ आर्कबिशप बरनबास और एमपी के बीच पहले से ही प्रशासनिक टकराव चल रहा है. एमपी ज्ञानथिरवियम सीएसआई उच्च शिक्षा समिति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
साथ ही शिक्षण संस्थानों से भी चर्च को करोड़ों की आय होती है. इसलिए, प्रशासन में राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले कुछ लोग महत्वपूर्ण पदों तक पहुंचने की होड़ में लगे हुए हैं और संघर्ष में लगे हुए हैं. अब चर्च के आर्कबिशप बरनबास एक संप्रदाय के रूप में, मप्र ज्ञानथिरवियम के समर्थक भी एक संप्रदाय के रूप में कार्य कर रहे हैं. हाल ही में चर्च की एक बैठक में ज्ञानथिरव्यम द्वारा साथी प्रशासकों का अपमान करने के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए थे.
उपरोक्त बैठक को कारण बताते हुए ज्ञानथिरवियाम को कॉलेज संवाददाता सहित चर्च की प्रशासनिक जिम्मेदारियों से हटा दिया गया था. जिसके विरोध में सांसद समर्थक पिछले 3 दिनों से पलायमगोट्टई के चर्च कार्यालय में अपनी आवाज उठा रहे हैं और इस समस्या से जुड़े हुए हैं. सोमवार को रेवरेंड गॉड प्रेयर नोबल वेडिंग हॉल कार्यालय में आर्कबिशप के समर्थन में आवाज उठा रहे थे. तब सांसद ज्ञान दरिवयम कार्यालय के अंदर थे. बाहर सांसद के समर्थकों ने रेवरेंड गॉड ब्रे नोबल से बहस की.
इस दौरान पलक झपकते ही भीड़ में मौजूद वकील जॉन ने रेवरेंड गॉडफ्रे नोबल के गाल पर तमाचा जड़ दिया. इसके बाद उन्होंने पादरी को चर्च कार्यालय से लात मारकर भगा दिया. ये दृश्य सोमवार से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक धार्मिक उपदेशक की शिकायत पर पलयांगोट पुलिस ने सांसद ज्ञानथिरवियाम और वकील जॉन समेत 33 लोगों के खिलाफ 147, 294बी, 323 समेत चार धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
इस मामले में सांसद ज्ञानथिरवियम को पहले आरोपी के तौर पर नामित किया गया है. इसी तरह उपदेशक के गाल पर थप्पड़ मारने वाले वकील जॉन को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. सांसद और उनके समर्थकों की सभी गतिविधियों पर कथित तौर पर खुफिया पुलिस द्वारा नजर रखी जा रही है और इसकी सूचना डीएमके नेतृत्व को दी जा रही है.