ETV Bharat / bharat

चीन ने गलवान में जख्मी हुए PLA कमांडर को सौंपी विंटर ओलंपिक की मशाल

author img

By

Published : Feb 2, 2022, 10:16 AM IST

Updated : Feb 3, 2022, 11:46 AM IST

चीन ने विंटर ओलंपिक में गलवान में हुए भारत के साथ झड़प को फिर से मुद्दा बनाने की कोशिश की है. उसने झड़प में घायल हुए अपने पीएलए कमांडर को ओलंपिक की मशाल सौंपी है. चीन की सरकारी मीडिया ने इसे प्रमुखता के साथ इसका प्रचार भी किया है. पढ़िए सीनियर जर्नलिस्ट संजीब कुमार बरुआ की रिपोर्ट.

Olympic Games Beijing 2022
PLA regiment commander

बीजिंग : चीन ने 4 फरवरी से शुरू हो रहे विंटर ओलंपिक में गलवान में भारत के साथ हुए संघर्ष की छाप छोड़ दी है. उसने क्यूई फैबाओ नाम वाले एक पीएलए रेजिमेंट कमांडर को मशाल रिले के दौरान ओलंपिक मशाल दी. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट में लिखा है कि गलवान में बहादुरी के साथ लड़ने वाले पीएलए रेजिमेंट कमांडर ने रिले के दौरान टार्च संभाला. क्यूई फैबाओ को भारत के साथ गलवान घाटी सीमा की झड़प में बहादुरी से लड़ते हुए सिर में चोट लगी थी. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, इस ओलंपिक मशाल के साथ 1200 मशालधारकों ने दौड़ लगाई है. 4 फरवरी को नेशनल स्टेडियम में इसे जलाया जाएगा, इसके बाद बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों की शुरुआत होगी.

Olympic Games Beijing 2022
ग्लोबल टाइम्स का ट्वीट

बता दें, गलवान सीमा पर दोनों देशों के बीच विवाद किसी से छिपा नहीं है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच 14वें दौर की बातचीत पहले ही हो चुकी है. भारत और चीन ने इस मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए एक अच्छा रास्ता तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2022 को लागू हुए नए सीमा कानून के मुताबिक मशाल थामने के लिए कर्नल क्यूई की नियुक्ति हुई है. इसका उपयोग भारत के साथ सीमा विवाद को प्राथमिकता देने के अलावा देशभक्ति की भावनाओं को फैलाने के लिए किया जा रहा है.वहीं, नए सीमा कानून के अनुच्छेद 11 के अनुसार राज्य भूमि सीमाओं पर प्रचार और शिक्षा को मजबूत करना, चीनी राष्ट्र के समुदाय की मजबूत भावना का निर्माण, मातृभूमि की एकता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में चीनी राष्ट्र की भावना को आगे बढ़ाना और नागरिकों की राष्ट्रीय अवधारणा और मातृभूमि सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाना, चीनी राष्ट्र के लिए एक सामान्य आध्यात्मिक घर का निर्माण करना शामिल है.

यह मशाल एथेंस से आई है, जिससे चीन अपनी ओलिंपिक मशाल जलाएगा. 19 अक्टूबर को 2021 को एथेंस (ग्रीस) के पैनाथेनिक स्टेडियम में आयोजित समारोह में विंटर ओलंपिक के आयोजक चीन को ओलंपिक मशाल सौंपी गई थी.

चीन 4 फरवरी से 20 फरवरी तक बीजिंग में आयोजित होने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेल की मेजबानी कर रहा है. बीजिंग में इससे जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. बर्ड्स नेस्ट' नेशनल स्टेडियम में ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा. इसी के साथ बीजिंग ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलिंपिक दोनों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन जाएगा. जिसके बाद पैरालंपिक शीतकालीन खेल 4 से 13 मार्च तक चलेंगे. बीजिंग 2022 विंटर ओलंपिक गेम्स में सात नए इवेंट्स शामिल किए गए हैं.

बता दें कि चीन में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर अमेरिका एवं ब्रिटेन समेत पश्चिमी देशों ने इन आयोजनों के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा कर रखी है. हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, एवं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) समेत कई नेता शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन में भाग लेने वाले हैं.

पढ़ें : श्रीलंका ऊर्जा संकट से निपटने के लिए इंडियन ऑयल से ईंधन खरीदेगा

बीजिंग : चीन ने 4 फरवरी से शुरू हो रहे विंटर ओलंपिक में गलवान में भारत के साथ हुए संघर्ष की छाप छोड़ दी है. उसने क्यूई फैबाओ नाम वाले एक पीएलए रेजिमेंट कमांडर को मशाल रिले के दौरान ओलंपिक मशाल दी. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट में लिखा है कि गलवान में बहादुरी के साथ लड़ने वाले पीएलए रेजिमेंट कमांडर ने रिले के दौरान टार्च संभाला. क्यूई फैबाओ को भारत के साथ गलवान घाटी सीमा की झड़प में बहादुरी से लड़ते हुए सिर में चोट लगी थी. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, इस ओलंपिक मशाल के साथ 1200 मशालधारकों ने दौड़ लगाई है. 4 फरवरी को नेशनल स्टेडियम में इसे जलाया जाएगा, इसके बाद बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों की शुरुआत होगी.

Olympic Games Beijing 2022
ग्लोबल टाइम्स का ट्वीट

बता दें, गलवान सीमा पर दोनों देशों के बीच विवाद किसी से छिपा नहीं है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच 14वें दौर की बातचीत पहले ही हो चुकी है. भारत और चीन ने इस मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए एक अच्छा रास्ता तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2022 को लागू हुए नए सीमा कानून के मुताबिक मशाल थामने के लिए कर्नल क्यूई की नियुक्ति हुई है. इसका उपयोग भारत के साथ सीमा विवाद को प्राथमिकता देने के अलावा देशभक्ति की भावनाओं को फैलाने के लिए किया जा रहा है.वहीं, नए सीमा कानून के अनुच्छेद 11 के अनुसार राज्य भूमि सीमाओं पर प्रचार और शिक्षा को मजबूत करना, चीनी राष्ट्र के समुदाय की मजबूत भावना का निर्माण, मातृभूमि की एकता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में चीनी राष्ट्र की भावना को आगे बढ़ाना और नागरिकों की राष्ट्रीय अवधारणा और मातृभूमि सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाना, चीनी राष्ट्र के लिए एक सामान्य आध्यात्मिक घर का निर्माण करना शामिल है.

यह मशाल एथेंस से आई है, जिससे चीन अपनी ओलिंपिक मशाल जलाएगा. 19 अक्टूबर को 2021 को एथेंस (ग्रीस) के पैनाथेनिक स्टेडियम में आयोजित समारोह में विंटर ओलंपिक के आयोजक चीन को ओलंपिक मशाल सौंपी गई थी.

चीन 4 फरवरी से 20 फरवरी तक बीजिंग में आयोजित होने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेल की मेजबानी कर रहा है. बीजिंग में इससे जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. बर्ड्स नेस्ट' नेशनल स्टेडियम में ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा. इसी के साथ बीजिंग ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलिंपिक दोनों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन जाएगा. जिसके बाद पैरालंपिक शीतकालीन खेल 4 से 13 मार्च तक चलेंगे. बीजिंग 2022 विंटर ओलंपिक गेम्स में सात नए इवेंट्स शामिल किए गए हैं.

बता दें कि चीन में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर अमेरिका एवं ब्रिटेन समेत पश्चिमी देशों ने इन आयोजनों के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा कर रखी है. हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, एवं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) समेत कई नेता शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन में भाग लेने वाले हैं.

पढ़ें : श्रीलंका ऊर्जा संकट से निपटने के लिए इंडियन ऑयल से ईंधन खरीदेगा

Last Updated : Feb 3, 2022, 11:46 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.