नई दिल्ली: नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार (Chief of the Naval Staff Admiral R Hari Kumar) ने राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू (Presidents Fleet Review) की समग्र तैयारियों की समीक्षा की. पीएफआर का 12वां संस्करण 21 फरवरी 22 को भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के हिस्से के रूप में विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है.
भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, जो सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं, राष्ट्रपति यॉट आईएनएस सुमित्रा पर सवार होकर 60 से अधिक जहाजों और पनडुब्बियों और 55 विमानों वाले भारतीय नौसेना बेड़े की समीक्षा करेंगे. सभी नौसेना कमानों और अंडमान-निकोबार कमान के जहाजों को चार स्तंभों में लंगर डाला जाएगा.
राष्ट्रपति की नौका चार लेन में लंगर डाले हुए 44 जहाजों को पार करेगी और एक-एक करके औपचारिक सलामी दी जाएगी. समीक्षा में भाग लेने वाले प्लेटफार्मों में नए शामिल किए गए लड़ाकू प्लेटफॉर्म, नवीनतम स्टील्थ विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम और आईएनएस वेला शामिल हैं. जो हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी है.
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वहीं आईएन जहाज चेन्नई, दिल्ली, तेग और तीन शिवालिक श्रेणी के युद्धपोत और तीन कमोर्टा श्रेणी के एएसडब्ल्यू कार्वेट भी समीक्षा का हिस्सा होंगे. तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के जहाज भी इसमें भाग ले रहे हैं. यह उल्लेख करना उचित है कि भाग लेने वाले 60 जहाजों और पनडुब्बियों में से 47 का निर्माण भारतीय शिपयार्डों में किया गया है. इस प्रकार स्वदेशी क्षमताओं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रगति का प्रदर्शन किया गया है.