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Chhindwara Corruption News: छिंदवाड़ा में घोटालेबाज बाबुओं की बीवी भी अब जाएंगी जेल! भ्रष्टाचार में पति का दिया था साथ

एमपी के छिंदवाड़ा जिले में भ्रष्टाचार में अधिकारी और बाबूओं के साथ उनकी पत्नियां भी शामिल हैं. छिंदवाड़ा विकासखंड के शिक्षा अधिकारी ने बाबुओं के साथ मिलकर पहले 65 लाख का गबन किया था. उसके बाद 43 लाख रुपए का गबन सामने आया है. कलेक्टर ने आरोपियों पर FIR दर्ज करवाई है.

Chhindwara Corruption News
घोटालेबाज बाबुओं की बीवी भी अब जाएंगी जेल
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Published : Aug 18, 2023, 9:05 PM IST

Updated : Aug 19, 2023, 6:10 AM IST

छिंदवाड़ा। एमपी में भ्रष्टाचार की अहम कड़ी रहे बाबूओं ने अब अपनी बीवियों को भी इस गोरखधंधे में शामिल कर लिया है. छिंदवाड़ा में जब एक स्कैम का खुलासा हुआ तो मालूम चला कि शिक्षा विभाग में बाबूओं और BEO ने मिलकर रिटायर्ड कर्मचारियों की राशि अपनी बीवियों के खाते में ट्रांसफर करवा देते थे. इसके पहले छिंदवाड़ा विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बाबुओं के साथ मिलकर 65 लाख का गबन किया था. अब 43 लाख रुपए का गबन सामने आया है पहले जिला कलेक्टर ने इस मामले में 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई थी. अब 6 आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने कहा है, जिसमें इनकी बीवियां भी शामिल हैं.

भ्रष्टाचार के गोरखधंधे में पत्नियों को भी किया शामिल जाएंगी जेल!: शिक्षा विभाग के बाबू ने भ्रष्टाचार के गोरखधंधे में अपनी पत्नियों को भी शामिल कर लिया है. शिक्षा विभाग के जो कर्मचारी रिटायर हो जाते हैं, या फिर कई लोगों की नौकरी में रहते हुए मौत हो जाती है. ऐसे लोगों के परिजनों को मिलने वाले पैसे को अधिकारियों की मिलीभगत से बाबू अपनी पत्नियों के खाते में ट्रांसफर कराते थे. मामला जब उजागर हुआ तो बाबू की पत्नी पर भी FIR दर्ज की जा रही है. छिंदवाड़ा विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में हुए 65 लाख के गबन के मामले में अनिल कुमार कुड़ोपा, सहायक ग्रेड-2, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा की पत्नी अंजु कुड़ोपा पर मामला दर्ज हो चुका है, तो वहीं तामिया घोटाले के मास्टर माइंड हरिप्रसाद पंद्रे की पत्नी रहमा पन्द्रे पर भी FIR दर्ज करने कलेक्टर ने आदेश दिया है.

43 लाख के घोटाले में इन लोगों पर हुआ मामला दर्ज: तामिया बीईओ कार्यालय में हुए 43 लाख के फर्जीवाड़े में कलेक्टर मनोज पुष्प ने एफआईआर के आदेश अधिकारियों को दिए हैं. इस प्रकरण में वर्तमान व पूर्व बीईओ, एक रिटायर्ड कर्मचारी और दो बाबूओं के अलावा घोटाले के मास्टर माइंड हरिप्रसाद पंद्रे की पत्नी पर भी FIR दर्ज कराई जाएगी. वहीं सभी आरोपियों से पूरे 43 लाख रुपए की रिकवरी होगी. शिक्षा विभाग की तरह जनजातीय कार्य विभाग के तामिया विकासखंड में भी 43 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई थी. कोषालय अधिकारियों द्वारा ये वित्तीय अनियमितता पकड़ने के बाद पांच सदस्यीय दल का गठन प्रकरण में किया गया था.

इस मामले में सात लोग दोषी पाए गए, लेकिन इनमें से एक बीईओ की मृत्यु हो जाने पर छह के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा. एजुकेशन की तरह ट्राइबल में भी कर्मचारियों ने सरकारी राशि निजी खातों में डाल ली थी. गिनती के बाद कोषालय अफसरों ने 43 लाख रुपए की गड़बड़ी उजागर की है. इनमें मुख्य आरोपी हरिप्रसाद पंद्रे जिसे पूर्व में जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा आरोपी की पत्नी रहमा पंद्रे, पूर्व बीईओ तामिया आनंद धुर्वे, वर्तमान में बीईओ दिनेश शुक्ला, रिटायर्ड सहायक ग्रेड 3 हेमराज युवनाती, सहायक ग्रेड सुरेश कुमार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी.

कैसे किया फर्जीवाड़ा पत्नियों के साथ मिलकर दिया अंजाम: बताया जा रहा है कि हर माह कर्मचारियों का वेतन भुगतान पत्रक कोषालय कार्यालय में आता था. इन वेतन पत्रक में अपने निजी खाते भी आरोपियों द्वारा शामिल कर लिए जाते थे. 2018 से 2023 के बीच कुल 43 लाख रुपए आरोपियों ने निजी खाते में ट्रांसफर किए हैं. छिंदवाड़ा स्कूल शिक्षा विभाग घोटाला पिछले दिनों जिला कोषालय से शिक्षा विभाग जबलपुर को एक शिकायत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि ट्रेजरी शाखा से शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों के द्वारा प्राइवेट खातों में राशि डलवाई जा रही है. जबलपुर से अधिकारियों की एक टीम छिंदवाड़ा पहुंची थी. जांच में पाया गया कि 65 लाख रुपए का गबन हुआ था. जांच रिपोर्ट के आधार पर, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी प्रमोद कुमार मौर्य द्वारा विभागीय आदेश अनुसार कोतवाली थाने में छिंदवाड़ा बीईओ आईएम भीमनवार समेत आठ लोगों पर नामजद शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 420, 406, 409, 34, 120 (B) के तहत मामला पंजीबद्ध किया है.

यहां पढ़ें...

कलेक्टर ने मामला दर्ज करने के दिए निर्देश: कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया है कि जांच में जिन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले पाए गए हैं. उन पर आपराधिक मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही गबन की गई राशि की रिकवरी भी की जाएगी.

छिंदवाड़ा स्कूल शिक्षा घोटाला के आरोपियों की लिस्ट: इन्द्र कुमार भीमनवार, विकास खंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा, विकास खंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा एवं सहा. संचा. शिक्षा, कार्या. जि.शि.अधि. छिंदवाड़ा. मनोहर भलावी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड, विकास खंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड़, अनिल कुमार कुड़ोपा, सहायक ग्रेड-2, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा, अंजु कुड़ोपा, अशासकीय व्यक्ति, पत्रि अनिल कुमार कुड़ोपा, (क्रमांक - 03 पर उल्लेखित कर्मचारी), किशोर जगदले, सहायक ग्रेड- 03, शास. उमावि. उभेगांव विकास खंड छिंदवाड़ा, सामराव नागवंशी, प्राथमिक शिक्षक, एकीकृत शास. उमावि. मेघासिवनी, संकुल सारना, विकासखंड छिंदवाड़ा, कमलेश कुमार गढेवाल, भृत्य शास. उमावि. सारना, विकास खंड छिंदवाड़ा, संतोष उईके, सहायक अध्यापक, एकीकृत शास. माध्य. शाला मेढकीताल, संकुल सारना, विकासखंड छिंदवाड़ा

छिंदवाड़ा। एमपी में भ्रष्टाचार की अहम कड़ी रहे बाबूओं ने अब अपनी बीवियों को भी इस गोरखधंधे में शामिल कर लिया है. छिंदवाड़ा में जब एक स्कैम का खुलासा हुआ तो मालूम चला कि शिक्षा विभाग में बाबूओं और BEO ने मिलकर रिटायर्ड कर्मचारियों की राशि अपनी बीवियों के खाते में ट्रांसफर करवा देते थे. इसके पहले छिंदवाड़ा विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बाबुओं के साथ मिलकर 65 लाख का गबन किया था. अब 43 लाख रुपए का गबन सामने आया है पहले जिला कलेक्टर ने इस मामले में 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई थी. अब 6 आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने कहा है, जिसमें इनकी बीवियां भी शामिल हैं.

भ्रष्टाचार के गोरखधंधे में पत्नियों को भी किया शामिल जाएंगी जेल!: शिक्षा विभाग के बाबू ने भ्रष्टाचार के गोरखधंधे में अपनी पत्नियों को भी शामिल कर लिया है. शिक्षा विभाग के जो कर्मचारी रिटायर हो जाते हैं, या फिर कई लोगों की नौकरी में रहते हुए मौत हो जाती है. ऐसे लोगों के परिजनों को मिलने वाले पैसे को अधिकारियों की मिलीभगत से बाबू अपनी पत्नियों के खाते में ट्रांसफर कराते थे. मामला जब उजागर हुआ तो बाबू की पत्नी पर भी FIR दर्ज की जा रही है. छिंदवाड़ा विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में हुए 65 लाख के गबन के मामले में अनिल कुमार कुड़ोपा, सहायक ग्रेड-2, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा की पत्नी अंजु कुड़ोपा पर मामला दर्ज हो चुका है, तो वहीं तामिया घोटाले के मास्टर माइंड हरिप्रसाद पंद्रे की पत्नी रहमा पन्द्रे पर भी FIR दर्ज करने कलेक्टर ने आदेश दिया है.

43 लाख के घोटाले में इन लोगों पर हुआ मामला दर्ज: तामिया बीईओ कार्यालय में हुए 43 लाख के फर्जीवाड़े में कलेक्टर मनोज पुष्प ने एफआईआर के आदेश अधिकारियों को दिए हैं. इस प्रकरण में वर्तमान व पूर्व बीईओ, एक रिटायर्ड कर्मचारी और दो बाबूओं के अलावा घोटाले के मास्टर माइंड हरिप्रसाद पंद्रे की पत्नी पर भी FIR दर्ज कराई जाएगी. वहीं सभी आरोपियों से पूरे 43 लाख रुपए की रिकवरी होगी. शिक्षा विभाग की तरह जनजातीय कार्य विभाग के तामिया विकासखंड में भी 43 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई थी. कोषालय अधिकारियों द्वारा ये वित्तीय अनियमितता पकड़ने के बाद पांच सदस्यीय दल का गठन प्रकरण में किया गया था.

इस मामले में सात लोग दोषी पाए गए, लेकिन इनमें से एक बीईओ की मृत्यु हो जाने पर छह के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा. एजुकेशन की तरह ट्राइबल में भी कर्मचारियों ने सरकारी राशि निजी खातों में डाल ली थी. गिनती के बाद कोषालय अफसरों ने 43 लाख रुपए की गड़बड़ी उजागर की है. इनमें मुख्य आरोपी हरिप्रसाद पंद्रे जिसे पूर्व में जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा आरोपी की पत्नी रहमा पंद्रे, पूर्व बीईओ तामिया आनंद धुर्वे, वर्तमान में बीईओ दिनेश शुक्ला, रिटायर्ड सहायक ग्रेड 3 हेमराज युवनाती, सहायक ग्रेड सुरेश कुमार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी.

कैसे किया फर्जीवाड़ा पत्नियों के साथ मिलकर दिया अंजाम: बताया जा रहा है कि हर माह कर्मचारियों का वेतन भुगतान पत्रक कोषालय कार्यालय में आता था. इन वेतन पत्रक में अपने निजी खाते भी आरोपियों द्वारा शामिल कर लिए जाते थे. 2018 से 2023 के बीच कुल 43 लाख रुपए आरोपियों ने निजी खाते में ट्रांसफर किए हैं. छिंदवाड़ा स्कूल शिक्षा विभाग घोटाला पिछले दिनों जिला कोषालय से शिक्षा विभाग जबलपुर को एक शिकायत की गई थी. जिसमें कहा गया था कि ट्रेजरी शाखा से शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों के द्वारा प्राइवेट खातों में राशि डलवाई जा रही है. जबलपुर से अधिकारियों की एक टीम छिंदवाड़ा पहुंची थी. जांच में पाया गया कि 65 लाख रुपए का गबन हुआ था. जांच रिपोर्ट के आधार पर, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी प्रमोद कुमार मौर्य द्वारा विभागीय आदेश अनुसार कोतवाली थाने में छिंदवाड़ा बीईओ आईएम भीमनवार समेत आठ लोगों पर नामजद शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 420, 406, 409, 34, 120 (B) के तहत मामला पंजीबद्ध किया है.

यहां पढ़ें...

कलेक्टर ने मामला दर्ज करने के दिए निर्देश: कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया है कि जांच में जिन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले पाए गए हैं. उन पर आपराधिक मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही गबन की गई राशि की रिकवरी भी की जाएगी.

छिंदवाड़ा स्कूल शिक्षा घोटाला के आरोपियों की लिस्ट: इन्द्र कुमार भीमनवार, विकास खंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा, विकास खंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा एवं सहा. संचा. शिक्षा, कार्या. जि.शि.अधि. छिंदवाड़ा. मनोहर भलावी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड, विकास खंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड़, अनिल कुमार कुड़ोपा, सहायक ग्रेड-2, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाडा, अंजु कुड़ोपा, अशासकीय व्यक्ति, पत्रि अनिल कुमार कुड़ोपा, (क्रमांक - 03 पर उल्लेखित कर्मचारी), किशोर जगदले, सहायक ग्रेड- 03, शास. उमावि. उभेगांव विकास खंड छिंदवाड़ा, सामराव नागवंशी, प्राथमिक शिक्षक, एकीकृत शास. उमावि. मेघासिवनी, संकुल सारना, विकासखंड छिंदवाड़ा, कमलेश कुमार गढेवाल, भृत्य शास. उमावि. सारना, विकास खंड छिंदवाड़ा, संतोष उईके, सहायक अध्यापक, एकीकृत शास. माध्य. शाला मेढकीताल, संकुल सारना, विकासखंड छिंदवाड़ा

Last Updated : Aug 19, 2023, 6:10 AM IST
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