बस्तर: लालबाग मैदान में रविवार को बस्तर फाइटर्स के 691 नव आरक्षक ने अंतिम पासिंग आउट परेड की. परेड श्रृंखला के दूसरे दिन बस्तर में दीक्षांत समारोह को संपन्न कराया गया. इस पासिंग आउट परेड का निरीक्षण बस्तर आईजी सुन्दराज पी ने किया. इन बस्तर फाइटर्स में 9 ट्रांसजेडर्स भी शामिल हैं. दीक्षांत समारोह में बीजापुर, बस्तर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के नव आरक्षक शामिल रहे. पासिंग आउट परेड को करीब से देखने के लिए सभी आरक्षकों के परिजन भी पहुंचे थे.
अपने अपने जिलों में तैनात किए जाएंगे बस्तर फाइटर्स: बस्तर आईजी सुन्दराज पी ने बताया कि "बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए स्थानीय युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहे, इसी उद्देश्य से शासन ने पूरे बस्तर संभाग से 2100 जवानों को भर्ती की थी. पासिंग आउट होकर सभी अपने अपने जिले में जाकर तैनात हो जाएंगे." बस्तर आईजी ने कहा कि "जिस प्रकार से बस्तर में नक्सली मोर्चे पर पैरामिलिट्री फोर्स, जिला बल और डीआरजी काम कर रहा है, ठीक वैसे ही बस्तर फाइटर्स भी काम करेगें. जल्द ही बस्तर में नक्सल समस्या को खत्म करते हुए क्षेत्र की जनता के अनुरूप इलाके में विकास की गति को बढ़ाया जाएगा."
7 जिलों से की गई थी 300-300 जवानों की भर्ती: नक्सलियों से निपटने के लिए बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, कांकेर और बस्तर में 300- 300 की संख्या में बस्तर फाइटर्स की भर्ती की गई थी. इन्हें दिसंबर 2022 से छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र में बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया.
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मानव अधिकारों की रक्षा करना भी सिखाया गया: जवानों को कानून और प्रक्रिया की जानकारी दी गई. अनुशासन सिखाया गया. मानव अधिकारों की रक्षा, युद्ध कौशल, फील्ड क्राफ्ट, हथियारों का संचालन करने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया. जब आरक्षकों का प्रशिक्षण पूरा हो गया तो अब इनका चरणबद्ध तरीके से पासिंग आउट परेड कराया जा रहा है. 15 अप्रैल को बीजापुर में 204 आरक्षक की पासिंग आउट परेड हुई. रविवार को बस्तर में 691 जवानों ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया. 17 अप्रैल को नारायणपुर, 18 अप्रैल को माना रायपुर, 20 अप्रैल को कोंडागांव, 21 अप्रैल को राजनांदगांव और 22 अप्रैल को दंतेवाड़ा में दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया जाएगा.