रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटिंग चल रही है. खासकर नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग की सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पहले चरण में 20 सीटों पर वोटिंग हो रही है. 10 सीटों पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ और 3 बजे तक चलेगा. अन्य 10 सीटों पर मतदान सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक है.
पहले तरण के लिए मतदान जारी: छत्तीसगढ़ में पहले चरण की वोटिंग के लिए 10 सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है. जिनमें मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा सीट में मतदान जारी है. यह वोटिंग 3 बजे तक चलेगी. वहीं 10 अन्य सीटोंं पर सुबह 8 से 5 बजे तक वोटिंग है. जिनमें पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट विधानसभा सीट शामिल हैं. यहां सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू होगी. बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर जिले की 8 सीटों पर मतदान है.
पहले चरण की सीटों का डेमोग्राफी: पहले चरण में कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 सीटों पर 25 महिलाओं सहित 223 उम्मीदवार मैदान में हैं. कुल 40 लाख 78 हजार 681 मतदाता है. पहले चरण में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है. महिला मतदाताओं की संख्या 20 लाख 84 हजार 675 है जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 19 लाख 93 हजार 937 है. वहीं 69 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. पहले चरण के लिए 5,304 चुनाव बूथ बनाए गए हैं और 25 हजार 249 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. महिला वोटरों की मदद के लिए 200 संगवारी और 11 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में करीब 60 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें 40,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के और 20,000 राज्य पुलिस के जवान हैं. पहले चरण के मतदान के लिए लगभग 1 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. बस्तर संभाग के पांच विधानसभा क्षेत्रों के 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में ट्रांसफर किया गया है. ड्रोन और हेलीकॉप्टरों के जरिए नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ने पर बम निरोधक टीमों और डॉग स्क्वॉड को भी शामिल किया जाएगा.
20 सीटों में से 12 अनुसूचित जनजाति के लिए और एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. सबसे ज्यादा उम्मीदवार राजनांदगांव (29) में हैं और सबसे कम सात-सात चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों पर हैं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट), राज्य के मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव) और मोहम्मद अकबर (कवर्धा) के साथ-साथ छविंद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं. वहीं भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव से कांग्रेस के छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं भाजपा से चार पूर्व मंत्री लता उसेंडी (कोंडागांव), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़), केदार कश्यप (नारायणपुर) और महेश गागड़ा (बीजापुर) के साथ ही केशकाल से पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम शामिल हैं.
आम आदमी पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख कोमल हुपेंडी भानुप्रतापपुर से मैदान में हैं, जबकि मौजूदा विधायक अनूप नाग कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद अंतागढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीट है. दूसरे और अंतिम चरण में 17 नवंबर को बाकी 70 सीटों पर मतदान होगा.