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इस्तीफे पर सिंहदेव ने तोड़ी चुप्पी, सीएम के लिए कही ये बड़ी बात

पंचायत विभाग से इस्तीफा देने के बाद छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव पहली बार मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि विभाग में ठीक से काम नहीं करा पा रहा था. इसके चलते खुद को अलग कर लिया. सिंहदेव 20 जुलाई को गुजरात जा रहे हैं. वे वहां से दिल्ली जाएंगे और पार्टी हाईकमान से मिलेंगे.

Chhattisgarh Minister Singh Deo
इस्तीफे पर सिंहदेव ने तोड़ी चुप्पी
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Published : Jul 18, 2022, 2:56 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव के इस्तीफे वाली चिट्ठी पर प्रदेश में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. सिंहदेव आज अंबिकापुर से रायपुर लौटे. रेलवे स्टेशन पर समर्थकों ने भव्य स्वागत किया और नारा लगाया "टी एस बाबा संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं.'' इसके बाद सिंहदेव रायपुर स्थित अपने निवास पहुंचे. फिर राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए विधानसभा पहुंचे. मतदान के बाद टी एस सिंहदेव पत्रकारों से रूबरू हुए. सिंहदेव ने कहा " मुख्यमंत्री का फोन मेरे कॉल डिटेल में नहीं आया. कई फोन आए इस दरमियान, लेकिन मुख्यमंत्री का कॉल नहीं आया.''

इस्तीफे पर सिंहदेव ने तोड़ी चुप्पी

यह भी पढ़ें: कांग्रेस विधायक दल की बैठक से सिंहदेव का किनारा, दिल्ली में आलाकमान से करेंगे मुलाकात !

'ना फोन उठाया ना कॉल बैक किया': कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा "आज वोट डालने के दौरान मुख्यमंत्री से दुआ सलाम हुई. मुख्यमंत्री का फोन मेरे कॉल डिटेल में नहीं आया. हो सकता है तकनीकी कारण की वजह से उनका फोन नहीं आ पाया हो. पत्र लिखने के दो दिन पहले भी मैंने उनसे बात की थी. विभाग के संबंध में मैंने अपनी कुछ बातें रखी थी. पत्र लिखने के पहले मैंने तीन चार बार प्रयास किया था फोन करने का लेकिन मुख्यमंत्री ने फोन नहीं उठाया था. ना ही मुख्यमंत्री ने कॉल बैक किया.''

पुनिया से हुई थी बात: सिंहदेव ने यह भी कहा कि ''कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया को भी मैंने फोन लगाया था. उनसे बात करने की कोशिश की थी. बाद में उनका कॉल आया तो मैंने बताया कि मैंने इस तरीके से पत्र लिखा है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने कहा कि इस बारे में मैं मुख्यमंत्री जी से बात कर लूंगा लेकिन मुख्यमंत्री का कॉल आया नहीं.''

'सभी अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र': अनुशासनहीनता के सवाल पर टी एस सिंहदेव ने कहा " अनुभवी विधायक हैं, उनका कार्यकाल भी काफी लंबा रहा है. अगर उनको लगता है कि अनुशासनहीनता है तो वह अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं. मैंने पत्र के माध्यम से अपनी मंशा व्यक्त की थी.'' दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में 14 मंत्रियों, विधायकों ने टी एस सिंहदेव के भूपेश बघेल को लिखे पत्र में लगाए गए आरोपों पर आपत्ति जताई है.

सिंहदेव ने यह भी कहा कि ''''केंद्रीय पंचायती राज मंत्री छत्तीसगढ़ दौरे पर आए थे. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री आवास और रोजगार गारंटी में यहां बहुत खराब काम हो रहा है. इसका मुझे बुरा लगा. जब काम अच्छा नहीं हो रहा है तो मैं भी विभाग में न रहूं. हो सकता है कि बेहतर काम हो सके. मुझे महसूस हुआ कि उस विभागीय मंत्री के रूप में मैं कारगर नहीं हो पा रहा हूं.''

दिल्ली जाने पर शीर्ष नेताओं के साथ होती है मुलाकात: टी एस सिंहदेव ने कहा " दिल्ली में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से जा रहा हूं. यह घटनाक्रम तो बीच में आ गया. अहमदाबाद में अशोक गहलोत ने 20 जुलाई को 11 बजे मीटिंग रखी है. दिल्ली होते हुए उस मीटिंग को अटेंड करने जा रहा हूं. स्वाभाविक है जब व्यक्ति दिल्ली रहते हैं तो शीर्ष नेताओं से मिलने का समय मांगते हैं. शीर्ष नेता समय देते हैं, नहीं देते हैं, उस हिसाब से फिर मुलाकात होती है. आज मैं दिल्ली जा रहा हूं. इसके पहले मैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से विभाग की समीक्षा करूंगा.''

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के संबंध में कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा "आदमी जब खेल के मैदान में उतरता है तो जीतने के लिए ही उतरता है. हमने यही सोचकर मतदान किया है कि भारत को एक अच्छा अनुभवी और परिपक्व राष्ट्रपति मिले.''

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव के इस्तीफे वाली चिट्ठी पर प्रदेश में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. सिंहदेव आज अंबिकापुर से रायपुर लौटे. रेलवे स्टेशन पर समर्थकों ने भव्य स्वागत किया और नारा लगाया "टी एस बाबा संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं.'' इसके बाद सिंहदेव रायपुर स्थित अपने निवास पहुंचे. फिर राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए विधानसभा पहुंचे. मतदान के बाद टी एस सिंहदेव पत्रकारों से रूबरू हुए. सिंहदेव ने कहा " मुख्यमंत्री का फोन मेरे कॉल डिटेल में नहीं आया. कई फोन आए इस दरमियान, लेकिन मुख्यमंत्री का कॉल नहीं आया.''

इस्तीफे पर सिंहदेव ने तोड़ी चुप्पी

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'ना फोन उठाया ना कॉल बैक किया': कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा "आज वोट डालने के दौरान मुख्यमंत्री से दुआ सलाम हुई. मुख्यमंत्री का फोन मेरे कॉल डिटेल में नहीं आया. हो सकता है तकनीकी कारण की वजह से उनका फोन नहीं आ पाया हो. पत्र लिखने के दो दिन पहले भी मैंने उनसे बात की थी. विभाग के संबंध में मैंने अपनी कुछ बातें रखी थी. पत्र लिखने के पहले मैंने तीन चार बार प्रयास किया था फोन करने का लेकिन मुख्यमंत्री ने फोन नहीं उठाया था. ना ही मुख्यमंत्री ने कॉल बैक किया.''

पुनिया से हुई थी बात: सिंहदेव ने यह भी कहा कि ''कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया को भी मैंने फोन लगाया था. उनसे बात करने की कोशिश की थी. बाद में उनका कॉल आया तो मैंने बताया कि मैंने इस तरीके से पत्र लिखा है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने कहा कि इस बारे में मैं मुख्यमंत्री जी से बात कर लूंगा लेकिन मुख्यमंत्री का कॉल आया नहीं.''

'सभी अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र': अनुशासनहीनता के सवाल पर टी एस सिंहदेव ने कहा " अनुभवी विधायक हैं, उनका कार्यकाल भी काफी लंबा रहा है. अगर उनको लगता है कि अनुशासनहीनता है तो वह अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं. मैंने पत्र के माध्यम से अपनी मंशा व्यक्त की थी.'' दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में 14 मंत्रियों, विधायकों ने टी एस सिंहदेव के भूपेश बघेल को लिखे पत्र में लगाए गए आरोपों पर आपत्ति जताई है.

सिंहदेव ने यह भी कहा कि ''''केंद्रीय पंचायती राज मंत्री छत्तीसगढ़ दौरे पर आए थे. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री आवास और रोजगार गारंटी में यहां बहुत खराब काम हो रहा है. इसका मुझे बुरा लगा. जब काम अच्छा नहीं हो रहा है तो मैं भी विभाग में न रहूं. हो सकता है कि बेहतर काम हो सके. मुझे महसूस हुआ कि उस विभागीय मंत्री के रूप में मैं कारगर नहीं हो पा रहा हूं.''

दिल्ली जाने पर शीर्ष नेताओं के साथ होती है मुलाकात: टी एस सिंहदेव ने कहा " दिल्ली में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से जा रहा हूं. यह घटनाक्रम तो बीच में आ गया. अहमदाबाद में अशोक गहलोत ने 20 जुलाई को 11 बजे मीटिंग रखी है. दिल्ली होते हुए उस मीटिंग को अटेंड करने जा रहा हूं. स्वाभाविक है जब व्यक्ति दिल्ली रहते हैं तो शीर्ष नेताओं से मिलने का समय मांगते हैं. शीर्ष नेता समय देते हैं, नहीं देते हैं, उस हिसाब से फिर मुलाकात होती है. आज मैं दिल्ली जा रहा हूं. इसके पहले मैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से विभाग की समीक्षा करूंगा.''

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के संबंध में कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा "आदमी जब खेल के मैदान में उतरता है तो जीतने के लिए ही उतरता है. हमने यही सोचकर मतदान किया है कि भारत को एक अच्छा अनुभवी और परिपक्व राष्ट्रपति मिले.''

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