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छत्तीसगढ़ : जिंदा महिला को भेज दिया श्मशान, दुबारा अस्पताल ले जाते समय हुई मौत - Alive woman was declared dead

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां मेकाहारा में डॉक्टरों से बड़ी चूक हो गई. लापरवाही इतनी बड़ी कि जीवित महिला को मृत बताकर श्मशान भी भेज दिया. श्मशान घाट में महिला को चिता पर लिटाया गया. वहां पता चला महिला की पल्स चल रही है. इसके बाद आननफानन में महिला को उसी एंबुलेंस से वापस अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया.

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Published : Apr 28, 2021, 11:20 PM IST

Updated : Apr 29, 2021, 8:25 AM IST

रायपुर: राजधानी के अंबेडकर अस्पताल (मेकाहारा अस्पताल) की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां डॉक्टरों ने एक जिंदा महिला को मृत घोषित कर दिया. महिला को मृत बताकर परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन जब महिला का शव लेकर मुक्तिधाम पहुंचे तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरअसल महिला का दिल धड़क रहा था. महिला की सांस भी चल रही थी. हालांकि बाद में वापस अस्पताल ले जाते समय महिला की मौत हो गई.

महिला को तत्काल दोबारा आंबेडकर अस्पताल लाया गया लेकिन इस बार अस्पताल आते-आते काफी देर हो गई. महिला की रास्ते में ही मौत हो गई. महिला के परिजन नीरज जैन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. नीरज जैन ने बताया कि मुक्तिधाम से लाने के बाद महिला की हालत अधिक गंभीर हो गई थी. उन्हें ऑक्सीजन और वेटिंलेटर पर रखी गई थी. इधर, अस्पताल अधीक्षक डॉ विनीत जैन ने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है.

छत्तीसगढ़ : जिंदा महिला को भेज दिया श्मशान

राजधानी निवासी 73 साल की लक्ष्मी बाई अग्रवाल की तबीयत खराब हुई थी. बुधवार दोपहर 3 से 4 बजे के बीच खाना खाते समय वह अचानक बेहोश हो गई. उन्हें मेकाहारा अस्पताल लाया गया. आपातकालीन सेवा में महिला का इलाज शुरू किया गया. महिला की कोरोना जांच भी कराई गई. कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई है.

यह भी पढ़ें-कोरोना वैक्सीनेशन : राज्यों की क्या हैं जरूरतें और कितने डोज का दिया ऑर्डर

मुक्तिधाम जाकर पता चला जिंदा है महिला

डॉक्टरों ने ईसीजी किया इसके बाद महिला को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने डॉक्टरों के बताए अनुसार एंबुलेंस कर शव को संतोषी नगर मुक्तिधाम लेकर गए. वहां मौजूद लोगों ने अंतिम संस्कार करने से पहले देखा कि महिला की धकड़ने चल रही हैं. तत्काल परिजनों को बताया गया. मुक्तिधाम में ही तत्काल प्राइवेट डॉक्टर को बुलाया गया. जहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद बताया कि प्लस चल रही है. तत्काल अस्पताल लेकर जाएं. जिसके बाद परिजन फिर से महिला को अंबेडकर अस्पताल लेकर गए.

रायपुर: राजधानी के अंबेडकर अस्पताल (मेकाहारा अस्पताल) की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां डॉक्टरों ने एक जिंदा महिला को मृत घोषित कर दिया. महिला को मृत बताकर परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन जब महिला का शव लेकर मुक्तिधाम पहुंचे तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरअसल महिला का दिल धड़क रहा था. महिला की सांस भी चल रही थी. हालांकि बाद में वापस अस्पताल ले जाते समय महिला की मौत हो गई.

महिला को तत्काल दोबारा आंबेडकर अस्पताल लाया गया लेकिन इस बार अस्पताल आते-आते काफी देर हो गई. महिला की रास्ते में ही मौत हो गई. महिला के परिजन नीरज जैन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. नीरज जैन ने बताया कि मुक्तिधाम से लाने के बाद महिला की हालत अधिक गंभीर हो गई थी. उन्हें ऑक्सीजन और वेटिंलेटर पर रखी गई थी. इधर, अस्पताल अधीक्षक डॉ विनीत जैन ने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है.

छत्तीसगढ़ : जिंदा महिला को भेज दिया श्मशान

राजधानी निवासी 73 साल की लक्ष्मी बाई अग्रवाल की तबीयत खराब हुई थी. बुधवार दोपहर 3 से 4 बजे के बीच खाना खाते समय वह अचानक बेहोश हो गई. उन्हें मेकाहारा अस्पताल लाया गया. आपातकालीन सेवा में महिला का इलाज शुरू किया गया. महिला की कोरोना जांच भी कराई गई. कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई है.

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मुक्तिधाम जाकर पता चला जिंदा है महिला

डॉक्टरों ने ईसीजी किया इसके बाद महिला को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने डॉक्टरों के बताए अनुसार एंबुलेंस कर शव को संतोषी नगर मुक्तिधाम लेकर गए. वहां मौजूद लोगों ने अंतिम संस्कार करने से पहले देखा कि महिला की धकड़ने चल रही हैं. तत्काल परिजनों को बताया गया. मुक्तिधाम में ही तत्काल प्राइवेट डॉक्टर को बुलाया गया. जहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद बताया कि प्लस चल रही है. तत्काल अस्पताल लेकर जाएं. जिसके बाद परिजन फिर से महिला को अंबेडकर अस्पताल लेकर गए.

Last Updated : Apr 29, 2021, 8:25 AM IST
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