रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को दोपहर 12:30 बजे राज्य का बजट पेश करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र पर फोकस किया जाएगा. कोरोना काल में दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए बजट पेश करना आसान नहीं होगा.
पिछली बार मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण की शुरुआत सर्वे भवंतु सुखिन: वाले श्लोक से की थी. सरकार का दावा रहा है कि कोविड-19 के इस दौर में भी छत्तीसगढ़ में बेहतर काम हुआ है. ऐसे में सरकार के सामने बजट के जरिए जन मानस पर खरा उतरने की चुनौती होगी.
इन क्षेत्रों में रह सकता है फोकस-
- इस बार केंद्र सरकार के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर फोकस देखने को मिला, उसी तर्ज पर भूपेश बघेल भी राज्य के बजट में हेल्थ सेक्टर को लेकर खास प्रावधान कर सकते हैं.
- किसानों का मुद्दा भी प्रमुख है. धान के अलावा कई और फसलों को सरकार खरीदने की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में बजट का बड़ा प्रावधान कृषि सेक्टर के लिए हो सकता है.
- सरकार इस साल अलग चाइल्ड बजट पेश कर सकती है. सरकार बाल सुपोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर एक एंटीग्रेटेड फंड का प्रावधान सरकार कर सकती है.
- रोजगार मुहैया कराने के लिए नई घोषणा और औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी बजट में भूपेश सरकार काफी कुछ दे सकती है.
- गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ जैसे फ्लैगशिप नारों को बल देते हुए सरकार प्रदेश की नई पहचान के लिए कुछ घोषणा कर सकती है.
- मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान को मिली कामयाबी के बाद इसे प्रदेश के दूसरे क्षेत्रों में भी उतारा जा सकता है.
- स्वामी आत्मानंद योजना के तहत प्रदेश में सरकारी स्कूलों की संख्या बढ़ाई जा सकती है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 22 मार्च से शुरू हुआ था. सदन में राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर धन्यावाद प्रस्ताव पर चर्चा हो चुकी है. सरकार ने अपना तृतीय अनूपुरक बजट पेश भी किया है.
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