चेन्नई : एक महिला भक्त का यौन शोषण करने के आरोप में तमिलनाडु पुलिस ने एक स्वयंभू बाबा सत्य नारायणन और उनकी पत्नी पुष्पलता को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि पुष्पलता ने 16 साल की उम्र में साथिया नारायणन को महिला का दुष्कर्म करने में मदद की थी. ये गिरफ्तारियां शनिवार को की गईं.
पुलिस ने कहा कि लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें ली गईं. उसे धमकी दी गई थी कि अगर उसने शिकायत की तो उसकी तस्वीरें सार्वजनिक कर दी जाएंगी. आरोपी और उसकी पत्नी का चेन्नई में एक मंदिर 'शिरडीपुरम सर्व शक्ति पीठम साईं बाबा कोइल' है.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि 'जब मैं कक्षा 12 में थी दादी के साथ अक्सर मंदिर जाती थी. 12 अप्रैल, 2016 को मुझे पवित्र राख लाने के लिए कहा गया था. जब मैं मंदिर गई तो पुष्पलता ने मुझे पीने के लिए रस दिया और दो घंटे के बाद, मैं साथिया नारायणन और पुष्पलता के साथ बिस्तर पर निर्वस्त पड़ी थी.'
'फोन पर धमकी देकर मिलने बुलाया'
शिकायत में, उसने यह भी कहा कि सत्य नारायणन ने उसे कहा था कि वह पापों के बोझ से दबी है और उसने उसे मुक्त कर दिया है. वह वहां से चली गई और उसने 2018 में शादी कर ली. उसके अनुसार, पति नौकरी की तलाश में विदेश गए थे और साथिया नारायणन ने मार्च 2020 में फोन किया और मिलने की धमकी दी.
शिकायत में उसने कहा कि 'मैं उससे मिलने गई थी और उसने बार-बार यह कहते हुए मेरे साथ दुष्कर्म किया कि वह मेरे पति को मेरी निर्वस्त तस्वीरें भेज देगा.' जुलाई 2020 उसे पता चला कि वह गर्भवती है. साथिया नारायण और पुष्पलता चाहते थे कि वह उस भ्रूण को गिरा दे, लेकिन वह नहीं मानी और जनवरी 2021 में एक बच्चे को जन्म दिया.
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उसने कहा कि उसका पति परिवार के पास गया और नवंबर में लौटा जिसके बाद साथिया ने उसे फिर से मिलने के लिए बुलाया. ऐसे में उसके पास अपने पति को बताने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसने तुरंत साथिया नारायणन और उसकी पत्नी पुष्पलता दोनों को गिरफ्तार कर लिया. चूंकि जब इस सब की शुरुआत हुई तो वह नाबालिग थी, इसलिए पॉस्को एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया था. दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.