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बूस्टर डोज के नाम पर व्हॉट्सएप हैक करके लाखों की ठगी, तीन शातिर साइबर ठग गिरफ्तार - Cheated by being an officer of vaccination department

वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है. ऐसे ही एक गैंग का स्पेशल सेल की साइबर सेल ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं.

Cheating of lakhs by hacking WhatsApp in the name of booster dose
बूस्टर डोज के नाम पर व्हॉट्सएप हैक करके लाखों की ठगी
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Published : Jan 31, 2022, 10:20 PM IST

नई दिल्ली : कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर लोगों का व्हॉट्सएप हैक करके उनके साथ ठगी की जा रही है. ऐसे ही एक गैंग का स्पेशल सेल की साइबर सेल ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं. पुलिस ने इनके पास से डेबिट कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं.

डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक साइबर सेल को एक शिकायत मिली थी. जिसमें बताया गया था कि बूस्टर डोज के नाम पर ठगी गई है. पीड़ित को एक नंबर से कॉल करके बताया गया था कि उसे वैक्सीन की बूस्टर डोज लगनी है. फिर उसे कॉन्फ्रेंस कॉल पर लेने के लिए कहा गया. इस दौरान उसके मोबाइल पर एक व्हॉट्सएप अकाउंट चेंज कोड भेजा गया. इस तरह उसके मोबाइल को हैक कर लिया गया. इसके बाद उनके परिचितों को मैसेज भेजकर मदद के तौर पर रुपए मांगे गए. पीड़ित के भाई ने खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए.

छानबीन में पता चला कि साइबर क्राइम पोर्टल पर भी इस तरह की 20 से ज्यादा शिकायतें पहुंची हुई हैं. इसे लेकर स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था. छानबीन के दौरान कॉल करने वाले शख्स की पहचान मनीष कुमार के रूप में की गई. एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज कुमार और विजेंद्र यादव की टीम ने आरोपियों को पकड़ा. आगरा में छापा मारकर उसके दो साथियों रोहित और कौशलेंद्र सिंह सहित उसे गिरफ्तार कर लिया. वारदात में इस्तेमाल मोबाइल भी उनके पास से बरामद हुआ है.

ये भी पढ़ें - बेंगलुरू से कोल्हापुर तस्करी की जा रही चंदन की लकड़ी जब्त

पूछताछ के दौरान आरोपी मनीष कुमार ने पुलिस को बताया कि 1 साल पहले उसने यू-ट्यूब पर देखा था कि किस तरीके से व्हॉट्सएप हैक किया जाता है. इसके बाद वह लोगों के साथ ठगी करने लगा. कोविड के समय में वैक्सीनेशन डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर बूस्टर डोज के लिए अपॉइंटमेंट देने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. तफ्तीश में पता चला है कि आरोपी मनीष कुमार के खिलाफ छेड़छाड़ के तीन मामले पहले से दर्ज हैं.

दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के पास से चार डेबिट कार्ड, एक चेक बुक और मोबाइल फोन जब्त किया है. इसके अलावा इनके 8 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है. अभी तक ठगी के 24 मामलों का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. तफ्तीश में आरोपियों की और भी शातिर करतूतें सामने आ सकती हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जालसाजी और ठगी समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

नई दिल्ली : कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर लोगों का व्हॉट्सएप हैक करके उनके साथ ठगी की जा रही है. ऐसे ही एक गैंग का स्पेशल सेल की साइबर सेल ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं. पुलिस ने इनके पास से डेबिट कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं.

डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक साइबर सेल को एक शिकायत मिली थी. जिसमें बताया गया था कि बूस्टर डोज के नाम पर ठगी गई है. पीड़ित को एक नंबर से कॉल करके बताया गया था कि उसे वैक्सीन की बूस्टर डोज लगनी है. फिर उसे कॉन्फ्रेंस कॉल पर लेने के लिए कहा गया. इस दौरान उसके मोबाइल पर एक व्हॉट्सएप अकाउंट चेंज कोड भेजा गया. इस तरह उसके मोबाइल को हैक कर लिया गया. इसके बाद उनके परिचितों को मैसेज भेजकर मदद के तौर पर रुपए मांगे गए. पीड़ित के भाई ने खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए.

छानबीन में पता चला कि साइबर क्राइम पोर्टल पर भी इस तरह की 20 से ज्यादा शिकायतें पहुंची हुई हैं. इसे लेकर स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था. छानबीन के दौरान कॉल करने वाले शख्स की पहचान मनीष कुमार के रूप में की गई. एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज कुमार और विजेंद्र यादव की टीम ने आरोपियों को पकड़ा. आगरा में छापा मारकर उसके दो साथियों रोहित और कौशलेंद्र सिंह सहित उसे गिरफ्तार कर लिया. वारदात में इस्तेमाल मोबाइल भी उनके पास से बरामद हुआ है.

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पूछताछ के दौरान आरोपी मनीष कुमार ने पुलिस को बताया कि 1 साल पहले उसने यू-ट्यूब पर देखा था कि किस तरीके से व्हॉट्सएप हैक किया जाता है. इसके बाद वह लोगों के साथ ठगी करने लगा. कोविड के समय में वैक्सीनेशन डिपार्टमेंट का अधिकारी बनकर बूस्टर डोज के लिए अपॉइंटमेंट देने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. तफ्तीश में पता चला है कि आरोपी मनीष कुमार के खिलाफ छेड़छाड़ के तीन मामले पहले से दर्ज हैं.

दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के पास से चार डेबिट कार्ड, एक चेक बुक और मोबाइल फोन जब्त किया है. इसके अलावा इनके 8 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है. अभी तक ठगी के 24 मामलों का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. तफ्तीश में आरोपियों की और भी शातिर करतूतें सामने आ सकती हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जालसाजी और ठगी समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

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