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Chat GPT Indigenous Chatbot: किसान के 14 साल के बेटे ने तैयार किया भारत का AI बेस्ड चैटबॉट रघुराई, Chat GPT की तर्ज पर कर रहा काम, जानें खासियत

Chat GPT Indigenous Chatbot: इंटरनेट की इस दुनिया में चैट जीपीटी नई क्रांति लेकर आया है. चैट जीपीटी ऐसा चैटबॉट है, जो यूजर के पूछे गए सवाल को समझ कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए जवाब देता है. इसी की तर्ज पर हरियाणा के कार्तिक ने एआई बेस्ड चैटबॉट रघुराई तैयार किया है. जानें क्या है इसकी खासियत.

Chat GPT Indigenous Chatbot
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 22, 2023, 1:40 PM IST

Updated : Sep 22, 2023, 2:08 PM IST

किसान के 14 साल के बेटे ने तैयार किया भारत का AI बेस्ड चैटबॉट रघुराई

झज्जर: हरियाणा के झज्जर जिले में किसान परिवार से संबंध रखने वाले 14 साल के कार्तिक ने चैट जीपीटी का स्वदेशी वर्जन तैयार किया है. जिसका नाम कार्तिक ने चैटबॉट रघुराई रखा है. कार्तिक के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड चैटबॉट रघुराई देश और विदेश की 67 भाषाओं में पूछे गए सवालों का जवाब देता है. कार्तिक ने बताया कि चैटबॉट रघुराई काफी एडवांस है और ये किसी भी सवाल की नवीनतम जानकारी दे सकता है.

कार्तिक ने स्वीकार की सैम ऑल्टमैन की चुनौती: जब कार्तिक से पूछा गया कि उन्हें नए चैटबॉट बनाने का आइडिया कैसे आया. इस सवाल के जवाब में कार्तिक ने बताया कि चैट जीपीटी के फाउंडर सैम अल्टमैन जब भारत आए थे, तो उन्होंने चैलेंज किया था कि भारत में कोई भी चैट जीपीटी जैसा एआई टूल तैयार नहीं कर सकता. इस चैलेंज को कार्तिक ने स्वीकार किया और महज एक महीने में कार्तिक ने चैटबॉट रघुराई नाम से एआई टूल तैयार किया.

चैटबॉट रघुराई की खासियत: कार्तिक हरियाणा के झज्जर जिले झांसवा गांव में रहते हैं. 14 साल के कार्तिक ने कहा है कि उनका एआई टूल चैटबॉट रघुराई काफी एडवांस है. ये लेटेस्ट जानकारी देने में सक्षम है. कार्तिक ने बताया कि भारतीय एआई चैटबॉट रघुराई को गूगल और याहू जैसे सर्च इंजन से सर्च किया जा सकता है. कोई भी इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. ये नवीनतम और सटीक जानकारी देने में सक्षम है. कार्तिक अब रघुराई बॉट को पेटेंट करवा रहा है.

ये भी पढ़ें- पहली बार Chat GPT की मदद से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने सुनाया जमानत अर्जी पर फैसला, जानें भविष्य में कितना होगा कारगर

कार्तिक अभी 14 साल के हैं. वो झज्जर के ही लडायन गांव के मॉडल संस्कृति स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र हैं. वो मोबाइल ऐप डेवलपर भी हैं. कार्तिक के पिता अजीत सिंह किसान हैं. कार्तिक का सपना है कि वो देश के लिए अत्याधुनिक एआई बेस्ड रोबोट तैयार करे. इसके लिए उसने अभी से मेहनत शुरू कर दी है.

चैट जीपीटी क्या है? चैट जीपीटी की फुल फॉर्म चैट जेनरेटिव प्रीट्रेंड ट्रांसफार्मर (Chat Generative Pretrained Transformer) है. इसे डेवलप करने वाली कंपनी का नाम ओपन एआई (Open AI) है. Chat GPT एक तरह का चैटबॉट है. ये ऐसा चैटबॉट है, जो यूजर के पूछे गए सवाल को समझ कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए जवाब देता है. इसी की तर्ज पर हरियाणा के कार्तिक ने एआई बेस्ड एआई चैटबॉट रघुराई तैयार किया है.

किसान के 14 साल के बेटे ने तैयार किया भारत का AI बेस्ड चैटबॉट रघुराई

झज्जर: हरियाणा के झज्जर जिले में किसान परिवार से संबंध रखने वाले 14 साल के कार्तिक ने चैट जीपीटी का स्वदेशी वर्जन तैयार किया है. जिसका नाम कार्तिक ने चैटबॉट रघुराई रखा है. कार्तिक के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड चैटबॉट रघुराई देश और विदेश की 67 भाषाओं में पूछे गए सवालों का जवाब देता है. कार्तिक ने बताया कि चैटबॉट रघुराई काफी एडवांस है और ये किसी भी सवाल की नवीनतम जानकारी दे सकता है.

कार्तिक ने स्वीकार की सैम ऑल्टमैन की चुनौती: जब कार्तिक से पूछा गया कि उन्हें नए चैटबॉट बनाने का आइडिया कैसे आया. इस सवाल के जवाब में कार्तिक ने बताया कि चैट जीपीटी के फाउंडर सैम अल्टमैन जब भारत आए थे, तो उन्होंने चैलेंज किया था कि भारत में कोई भी चैट जीपीटी जैसा एआई टूल तैयार नहीं कर सकता. इस चैलेंज को कार्तिक ने स्वीकार किया और महज एक महीने में कार्तिक ने चैटबॉट रघुराई नाम से एआई टूल तैयार किया.

चैटबॉट रघुराई की खासियत: कार्तिक हरियाणा के झज्जर जिले झांसवा गांव में रहते हैं. 14 साल के कार्तिक ने कहा है कि उनका एआई टूल चैटबॉट रघुराई काफी एडवांस है. ये लेटेस्ट जानकारी देने में सक्षम है. कार्तिक ने बताया कि भारतीय एआई चैटबॉट रघुराई को गूगल और याहू जैसे सर्च इंजन से सर्च किया जा सकता है. कोई भी इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. ये नवीनतम और सटीक जानकारी देने में सक्षम है. कार्तिक अब रघुराई बॉट को पेटेंट करवा रहा है.

ये भी पढ़ें- पहली बार Chat GPT की मदद से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने सुनाया जमानत अर्जी पर फैसला, जानें भविष्य में कितना होगा कारगर

कार्तिक अभी 14 साल के हैं. वो झज्जर के ही लडायन गांव के मॉडल संस्कृति स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र हैं. वो मोबाइल ऐप डेवलपर भी हैं. कार्तिक के पिता अजीत सिंह किसान हैं. कार्तिक का सपना है कि वो देश के लिए अत्याधुनिक एआई बेस्ड रोबोट तैयार करे. इसके लिए उसने अभी से मेहनत शुरू कर दी है.

चैट जीपीटी क्या है? चैट जीपीटी की फुल फॉर्म चैट जेनरेटिव प्रीट्रेंड ट्रांसफार्मर (Chat Generative Pretrained Transformer) है. इसे डेवलप करने वाली कंपनी का नाम ओपन एआई (Open AI) है. Chat GPT एक तरह का चैटबॉट है. ये ऐसा चैटबॉट है, जो यूजर के पूछे गए सवाल को समझ कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए जवाब देता है. इसी की तर्ज पर हरियाणा के कार्तिक ने एआई बेस्ड एआई चैटबॉट रघुराई तैयार किया है.

Last Updated : Sep 22, 2023, 2:08 PM IST
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