लखनऊ : मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या में शामिल आठ आरोपियों के खिलाफ विभूतिखंड पुलिस बुधवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी. इन सभी के खिलाफ पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं. इनमें कई वैज्ञानिक साक्ष्य भी हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही इसमें चार और लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की जाएगी.
बीती 6 जनवरी की शाम विभूतिखंड कठौता चौराहे पर अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. अजीत के साथ मौजूद मोहर सिंह ने आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह उर्फ ध्रुव और अखण्ड, गिरधारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. ध्रुव और अखण्ड को साजिशकर्ता बताया गया था. इस मामले में गिरधारी को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है, जबकि ध्रुव, अखण्ड, शूटर संदीप उर्फ बाबा, मुस्तफा उर्फ बंटी, राजेश तोमर, शिवेन्द्र सिंह उर्फ अंकुर, मददगार बन्धन, प्रिंस, रेहान जेल में है. रवि यादव और मददगार विपुल सिंह फरार है.
पूर्व सांसद धनंजय भी हुए थे नामजद
इस मामले में पुलिस ने संदीप, अंकुर, बन्धन, प्रिंस, रेहान, ध्रुव, अखण्ड और मुस्तफा के खिलाफ चार्जशीट तैयार की गई है. गिरधारी के खिलाफ भी पर्याप्त सुबूत थे, लेकिन मृत व्यक्ति की चार्जशीट नहीं दाखिल की जाती है. इस मामले में घायल हुए शूटर राजेश तोमर की मदद कराने के आरोप में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भी नामजद किया गया था.
शूटर राजेश को रिमाण्ड पर लाकर की जाएगी पूछताछ
प्रभारी सीजेएम पूर्णिमा सागर ने अजीत हत्याकांड के अभियुक्त राजेश तोमर का 20 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर किया है. यह अवधि 8 व 9 अप्रैल को सुबह 9 से शाम सात बजे तक होगी.
इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि आठ अप्रैल को सुबह 9 बजे लखनऊ जेल से राजेश तोमर को लेकर पूछताछ की जाएगी. उससे घटना में इस्तेमाल पिस्टल के बारे में जानकारी की जाएगी. अन्य अभियुक्तों के छिपने के स्थान का पता करना है. सुलतानपुर में जहां इलाज हुआ था, उसकी भी जानकारी करनी है.
नामजद प्रदीप कबूतरा की तलाश
हत्याकांड में नामजद प्रदीप कबूतरा ने मंगलवार को सीजेएम की कोर्ट में समर्पण करने के लिये अर्जी दी थी. इसको देखते हुए ही पुलिस बुधवार को कचहरी के इर्द-गिर्द चहलकदमी करती रही थी, लेकिन प्रदीप आया ही नहीं.