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Bihar Hooch Tragedy: अब छपरा के कोपा में जहरीली शराब का कहर, शख्स की आंखों की रोशनी गयी - etv bharat bihar

छपरा में जहरीली शराब का तांडव ( Chapra Hooch Tragedy) जारी है. अब भी कई लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है. वहीं अब कोपा से एक युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आंखों की रोशनी जाने की शिकायत के बाद उसे आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज जारी है.

Chapra Hooch Tragedy Etv Bharat
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Published : Dec 21, 2022, 4:37 PM IST

पीड़ित की पत्नी और डॉक्टर का बयान.

छपरा: बिहार के छपरा से जहरीली शराब से जुड़ा एक और बड़ा मामला सामने आया है. जिले के कोपा सम्होता के रहने वाले एक व्यक्ति को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. व्यक्ति बेहोशी की हालत में है और उसकी आंखों की रोशनी (eyesight loss after consuming poisonous liquor) भी चली गई है. डॉक्टरों के अनुसार उसने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया है जिसके कारण उन्हें यह परेशानी हो रही है. (chapra spurious liquor case)

पढ़ें- Chapra Hooch Tragedy: NHRC की दूसरी टीम DG के नेतृत्व में बिहार पहुंची, शराब कांड की करेगी जांच

एक और युवक की गई आंखों की रोशनी: पीड़ित व्यक्ति का नाम मुन्ना कुमार पुत्र शिव पाल है. उसकी उम्र लगभग 25 वर्ष है. वह कोपा सम्होता का रहने वाला है उसकी पत्नी ने बताया कि बीती रात लगभग 1:00 बजे से उसे बेचैनी और आंख से दिखाई नहीं पड़ रहा है. सबसे पहले उसे पास के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां से उसे जलालपुर रेफर कर दिया गया. जलालपुर के बाद उसे छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है.

"चार बजे सुबह से युवक की तबीयत खराब होती जा रही है. 12 घंटे पहले से उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है. मरीज को फिलहाल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. मरीज फिलहाल बेहोश है और उसकी स्थिति ठीक नहीं है."- अर्जुन कुमार, चिकित्सक

"उन्होंने बीती रात शराब पी थी जिसके बाद से उन्हें यह परेशानी शुरू हुई है. पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे वहां से जलालपुर रेफर कर दिया गया. फिर जलालपुर से छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया."- मुन्ना कुमार की पत्नी

जहरीली शराब से मौत मामला: बता दें कि छपरा जहरीली शराब कांड में मरने वालों का आंकड़ा 73 तक पहुंच चुका है. जबकि सरकार की ओर से 38 लोगों के मौत की पुष्टि की जा रही है. वहीं छपरा सदर अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध पेय पदार्थ पीकर 67 लोग मरे हैं. सवाल इस बात का है कि आखिर आंकड़ों में इतना बड़ा अंतर कैसे आ रहा है? जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर पिछले दिनों बिहार विधानसभा में बीजेपी ने जबरदस्त हंगामा किया और मुआवजे की मांग की. न्यायिक जांच की मांग भी बीजेपी की तरफ से हो रही है. वहीं जहरीली शराब से मौत को लेकर एनएचआरसी की टीम मंगलवार से ही जांच में जुटी है. अब एनएचआरसी (NHRC) की एक और टीम (second team of NHRC reached in Bihar) डीजी के नेतृत्व में बिहार पहुंची है, जो राज्य के कई जिलों में शराब पीकर बीमार हुए लोगों से मुलाकात करेगी.

पीड़ित की पत्नी और डॉक्टर का बयान.

छपरा: बिहार के छपरा से जहरीली शराब से जुड़ा एक और बड़ा मामला सामने आया है. जिले के कोपा सम्होता के रहने वाले एक व्यक्ति को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. व्यक्ति बेहोशी की हालत में है और उसकी आंखों की रोशनी (eyesight loss after consuming poisonous liquor) भी चली गई है. डॉक्टरों के अनुसार उसने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया है जिसके कारण उन्हें यह परेशानी हो रही है. (chapra spurious liquor case)

पढ़ें- Chapra Hooch Tragedy: NHRC की दूसरी टीम DG के नेतृत्व में बिहार पहुंची, शराब कांड की करेगी जांच

एक और युवक की गई आंखों की रोशनी: पीड़ित व्यक्ति का नाम मुन्ना कुमार पुत्र शिव पाल है. उसकी उम्र लगभग 25 वर्ष है. वह कोपा सम्होता का रहने वाला है उसकी पत्नी ने बताया कि बीती रात लगभग 1:00 बजे से उसे बेचैनी और आंख से दिखाई नहीं पड़ रहा है. सबसे पहले उसे पास के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां से उसे जलालपुर रेफर कर दिया गया. जलालपुर के बाद उसे छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है.

"चार बजे सुबह से युवक की तबीयत खराब होती जा रही है. 12 घंटे पहले से उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है. मरीज को फिलहाल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. मरीज फिलहाल बेहोश है और उसकी स्थिति ठीक नहीं है."- अर्जुन कुमार, चिकित्सक

"उन्होंने बीती रात शराब पी थी जिसके बाद से उन्हें यह परेशानी शुरू हुई है. पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे वहां से जलालपुर रेफर कर दिया गया. फिर जलालपुर से छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया."- मुन्ना कुमार की पत्नी

जहरीली शराब से मौत मामला: बता दें कि छपरा जहरीली शराब कांड में मरने वालों का आंकड़ा 73 तक पहुंच चुका है. जबकि सरकार की ओर से 38 लोगों के मौत की पुष्टि की जा रही है. वहीं छपरा सदर अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध पेय पदार्थ पीकर 67 लोग मरे हैं. सवाल इस बात का है कि आखिर आंकड़ों में इतना बड़ा अंतर कैसे आ रहा है? जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर पिछले दिनों बिहार विधानसभा में बीजेपी ने जबरदस्त हंगामा किया और मुआवजे की मांग की. न्यायिक जांच की मांग भी बीजेपी की तरफ से हो रही है. वहीं जहरीली शराब से मौत को लेकर एनएचआरसी की टीम मंगलवार से ही जांच में जुटी है. अब एनएचआरसी (NHRC) की एक और टीम (second team of NHRC reached in Bihar) डीजी के नेतृत्व में बिहार पहुंची है, जो राज्य के कई जिलों में शराब पीकर बीमार हुए लोगों से मुलाकात करेगी.

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