अमरावती: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे और टीडीपी महासचिव एन लोकेश ने सोमवार को कहा कि नायडू की गिरफ्तारी और उसके बाद रिमांड तेलुगु देशम पार्टी के लिए सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर है, जिन्हें अतीत में कई संकटों का सामना करना पड़ा है. राजामहेंद्रवरम में पत्रकारों से बात करते हुए, जहां नायडू वर्तमान में जेल में बंद हैं, लोकेश ने कहा कि उनकी मैराथन पदयात्रा अस्थायी रूप से निलंबित कर दी जाएगी और सभी मुद्दों का समाधान होने के बाद फिर से शुरू होगी.
एक संवाददाता के सवाल का जवाब देते हुए लोकेश ने कहा कि टीडीपी के लिए संकट कोई नई बात नहीं है. हमने पहले भी कई संकट देखे हैं. हमने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भी लड़ाई लड़ी थी. यह हमारे लिए सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर है. विजयवाड़ा की एक स्थानीय अदालत ने रविवार को कथित करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार घोटाले में टीडीपी प्रमुख को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें 9 सितंबर को नंदयाल में गिरफ्तार किया गया था.
एपी सीआईडी प्रमुख एन संजय ने कहा था कि उन्हें कौशल विकास निगम से धन के दुरुपयोग से जुड़े धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिससे राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. लोकेश ने कहा कि मामला फर्जी है और नायडू की रिमांड रिपोर्ट में पूर्व सीएम को कोई पैसा मिलने या किसी फाइल पर उनके हस्ताक्षर के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया है.
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आप (राज्य सरकार) सबूत के साथ साबित कर सकते हैं कि चंद्रबाबू नायडू को पैसे मिले? हम इसे नहीं छोड़ेंगे. न्याय मिलने तक हम लोगों के पास जाएंगे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण जैसे लोगों ने भी गिरफ्तारी पर अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी पर भविष्य की कार्रवाई मंगलवार को तय की जाएगी और 13 सितंबर से शुरू की जाएगी.
तेदेपा के वरिष्ठ नेताओं ने चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की निंदा की
वहीं दूसरी ओर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के वरिष्ठ नेताओं ने करोड़ों रुपये के कथित भ्रष्टाचार घोटाले में पार्टी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की निंदा की और कहा कि अंत में न्याय की जीत होकर रहेगी. उन्होंने विशाखापत्तनम में राज्यपाल एस अब्दुल नजीर से मुलाकात कर एक ज्ञापन भी सौंपा. पार्टी नेता यानामाला रामकृष्णुडू, एमए शरीफ, कवाली प्रतिभा भारती, धुलीपल्ला नरेन्द्र, कन्ना लक्ष्मीनारायण, पट्टाभिराम कोम्मारेड्डी और अन्य नेता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए और उन्होंने हालिया घटनाक्रम पर विचार-विमर्श किया.
विपक्षी नेताओं ने एक बयान में कहा कि नायडू के खिलाफ भ्रष्टाचार के ये सभी मामले सत्तारूढ़ युवाजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार द्वारा कपट पूर्वक तरीके से लगाए गए हैं. तेदेपा के प्रवक्ता पट्टाभिराम कोम्मारेड्डी ने दावा किया कि अपराध जांच विभाग (सीआईडी) नायडू के अपराध का पता लगाने में विफल रही और उसके पास करोड़ों रुपये के इस कथित भ्रष्टाचार घोटाले में नायडू की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है.
कोम्मारेड्डी ने कहा कि सीआईडी रिमांड रिपोर्ट में जिन मुद्दों का जिक्र है, उससे खुलासा हुआ है कि वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने नायडू को जेल भेजने के लिए राजनीतिक साजिश रची है. उन्होंने कहा कि तेदेपा के प्रदेशाध्यक्ष किंजरापु अत्चन नायडू के नेतृत्व में पार्टी के कुछ नेताओं ने विशाखापत्तनम में राज्यपाल नजीर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है. पूर्व मुख्यमंत्री फिलहाल पूर्वी गोदावरी जिले की राजमहेंद्रवरम केंद्रीय जेल में बंद हैं.