चंदौली: जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के एक गांव में पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है. दबिश देने गई पुलिस की कथित मारपीट में एक युवती की मौत हो गई. जबकि एक अन्य युवती जख्मी हो गई. घटना के बाद से ही परिजनों में आक्रोश है. साथ ही गुस्साए लोगों ने सैयदराजा-जमानियां मार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया. वहीं, घटना के बाद पुलिस पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है और चार घंटे बाद मौके पर पहुंची. इधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सूबे की योगी सरकार व पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. फिलहाल जिलाधिकारी ने थानेदार को सस्पेंड करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दे दिए हैं.
परिजनों का आरोप है कि रविवार की शाम को सैयदराजा पुलिस गांव में अपराधी कन्हैया यादव को पकड़ने के लिए आई थी. लेकिन वो घर पर नहीं मिला. घर में सिर्फ आरोपी की दो बेटियां थी. जिसके बाद पुलिस के सख्ती से पूछताछ करने पर उनके बीच कहासुनी हो गई. इसके बाद पुलिस ने लड़कियों के साथ मारपीट की. जिसमें बड़ी बहन की मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस वहां से भाग निकली.
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वहीं, पुलिस की मारपीट में मौत की सूचना से इलाके में सनसनी फैल गई और देखते ही देखते वहां सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हो गए. मौके पर पुलिस के आलाधिकारी को बुलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सैयदराजा-जमानियां हाई-वे को जाम कर दिया. पुलिस के मौके पर न पहुंचने से लोगों का गुस्सा सातवें आसमान था. इस दौरान पीआरबी के दो पुलिसकर्मियों को भीड़ ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की गई.
हालांकि, बाद में भारी पुलिस फोर्स के साथ पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिस पर सपा के तमाम नेता व ग्रामीण धरने पर बैठ गए और डीएम, एसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. इसके बाद डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे. घटनास्थल के मुआयने के साथ ही जिलाधिकारी ने प्राथमिक जांच के बाद सैयदराजा थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया. साथ ही मुकदमा दर्ज कर उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं.