पटना: छठ महापर्व (Chaiti Chhath Puja in Patna) की शुरुआत हो चुकी है. आज नहाय खाय के साथ इसकी शुरुआत हुई. व्रति गंगाजल लेने के लिए घाट पर पहुंचे. रविवार को खरना है. सोमवार को अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया जाएगा. मंगलवार को उदयीमान भगवान भष्कर को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन होगा. महापर्व को लेकर पटना में जिला प्रशासन ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली है.
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पटना में 76 घाटों पर दिया जाएगा अर्घ्य : गंगा नदी किनारे शहरी क्षेत्र में कुल 102 छठ घाट हैं, इनमें से कुछ खतरनाक घाट भी हैं. जिला प्रशासन ने कुल 26 खतरनाक घाटों की सूची तैयार की है. यहां पर लाल कपड़े से बैरिकेडिंग कर दी गई है, ताकि कोई श्रद्धालु यहां ना पहुंचे. कुल 76 घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन हो रहा है. इसको लेकर दंडाधिकारी हो और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.
पुलिस पदाधिकारी तैनात: पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि 16 वरीय दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में 116 दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही लाठी बल और महिला बल को भी ड्यूटी में तैनात किया गया है. खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों पर भी दंडाधिकारियों की तैनाती की गयी है. यह खतरनाक घाट वैसे घाट हैं जहां पर दलदल अधिक है अथवा पानी की गहराई अधिक है.
घाट का जायजा लियाः डीएम ने बताया कि सभी छठ घाट पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, लाइटिंग, नदी में कुछ दूरी के आगे बांस बल्ले से बैरिकेडिंग की गई है. साफ सफाई की भी पूरी व्यवस्था है. छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो इसका ख्याल रखा जा रहा है. इन सबके अलावा शहर के विभिन्न पार्कों में भी कृत्रिम घाट बनाए गए हैं, जहां पर छठ पर्व का आयोजन होगा. शनिवार को पटना के जिला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने घाट के निर्माण का जायजा लिया.
"16 वरीय दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में 116 दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं. लाठी बल और महिला बल को भी ड्यूटी में लगाया गया है. खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों पर भी दंडाधिकारियों की तैनाती की गयी है"- डॉ चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना