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Manoj Mandavi Passes Away :छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी को नम आंखों से दी गई विदाई - छत्तीसगढ़ के बड़े आदिवासी नेता का निधन

छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मंडावी का राजकीय सम्मान के साथ भानुप्रतापपुर के नाथियानवागांव में अंतिम संस्कार किया गया Last rites of Chhattisgarh Assembly Deputy Speaker Manoj Mandavi . उनके अंतिम संस्कार में सीएम भूपेश बघेल शामिल हुए और उन्हें अंतिम विदाई दी.

Manoj Mandavi passes away
मनोज मंडावी का निधन
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Published : Oct 16, 2022, 10:57 AM IST

Updated : Oct 16, 2022, 9:48 PM IST

कांकेर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मंडावी को अंतिम विदाई दी गई. उनके गृह ग्राम नाथियानवागांव में मनोज मंडावी का अंतिम संस्कार किया गया. उनके बेटे तुशार और अमन मंडावी ने उन्हें मुखाग्नि दी. सीएम भूपेश बघेल ने मनोज मंडावी को कंधा दिया. मनोज मंडावी के अंतिम संस्कार में कांकेर की जनता उमड़ पड़ी (Chhattisgarh Assembly Deputy Speaker Manoj Mandavi ). इसके अलावा सीएम भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत, मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, सांसद मोहन मंडावी, बस्तर सांसद दीपक बैज, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई नेताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी. मनोज मंडावी की अंतिम यात्रा में कांकेर के कलेक्टर, धमतरी के कलेक्टर समेत एसपी शलभ सिन्हा भी मौजूद थे (death of Manoj Mandavi).

मनोज मंडावी को अंतिम विदाई

सीएम ने शोकाकुल परिवार को बंधाया ढांढस: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोकाकुल परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और दुख की इस घड़ी को सहने के लिए ईश्वर से शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. उन्होंने मनोज मण्डावी के अंतिम यात्रा में कंधा भी दिया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनोज मण्डावी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे छात्र जीवन से राजनीति में आये. वे अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव चिंतित रहते थे. तीन बार विधानसभा के सदस्य एवं गृह राज्य मंत्री भी रहे. उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनकी आत्मा को ईश्वर अपने श्री चरणों मे स्थान प्रदान करें (CM Baghel expressed grief on death of Manoj Mandavi).

चरण दास महंत ने भी जताया शोक: छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि "छत्तीसगढ़ ने एक होनहार नेता खो दिया है. उन्हें बस्तर के साथ साथ पूरे छत्तीसगढ़ की चिंता रहती थी. आदिवासियों के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को दीव्य ज्योति में स्थान प्रदान करे. कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री अनिला भेड़िया, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर दीपक बैज, संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी, विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम एवं विधायक अंतागढ़ अनूप नाग ने भी शोकसभा को संबोधित करते हुए उन्हें श्रद्धाजलि अर्पित की.

मनोज मंडावी का निधन

छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी को रविवार को सुबह हार्ट अटैक आया. जिसके बाद उनकी मौत हो गई. उन्हें आनन फानन में धमतरी के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

कौन हैं मनोज मंडावी (cg vidhan sabha deputy speaker)

  1. मनोज मंडावी छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष थे.
  2. मंडावी तीसरी बार भानुप्रतापपुर से विधायक चुने गए.
  3. मंडावी विभाजन के समय भी विधायक थे और विभाजन के बाद अजीत जोगी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे.
  4. छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय मनोज मंडावी कद्दावर आदिवासी नेता के तौर पर जाने जाते हैं.
  5. 2003 में उन्हें भाजपा के देवलाल दुग्गा ने चुनाव में हराया था.
  6. 2008 में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद मनोज मंडावी निर्दलीय मैदान में उतरे थे.
  7. 2013 में कांग्रेस ने फिर से मनोज मंडावी को टिकट दिया और मनोज मंडावी ने भानूप्रतापपुर से जीत दर्ज की थी.
  8. 2018 में मंडावी ने फिर से इसी सीट पर जीत दर्ज की.
  9. मंडावी भूपेश बघेल कैबिनेट में मंत्री पद के भी बड़े दावेदार थे, लेकिन नए समीकरणों के तहत वे मंत्री बनने से वंचित रह गए थे.
  10. मनोज मंडावी कांग्रेस के एसटी सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.

कांकेर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मंडावी को अंतिम विदाई दी गई. उनके गृह ग्राम नाथियानवागांव में मनोज मंडावी का अंतिम संस्कार किया गया. उनके बेटे तुशार और अमन मंडावी ने उन्हें मुखाग्नि दी. सीएम भूपेश बघेल ने मनोज मंडावी को कंधा दिया. मनोज मंडावी के अंतिम संस्कार में कांकेर की जनता उमड़ पड़ी (Chhattisgarh Assembly Deputy Speaker Manoj Mandavi ). इसके अलावा सीएम भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत, मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, सांसद मोहन मंडावी, बस्तर सांसद दीपक बैज, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई नेताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी. मनोज मंडावी की अंतिम यात्रा में कांकेर के कलेक्टर, धमतरी के कलेक्टर समेत एसपी शलभ सिन्हा भी मौजूद थे (death of Manoj Mandavi).

मनोज मंडावी को अंतिम विदाई

सीएम ने शोकाकुल परिवार को बंधाया ढांढस: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोकाकुल परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और दुख की इस घड़ी को सहने के लिए ईश्वर से शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. उन्होंने मनोज मण्डावी के अंतिम यात्रा में कंधा भी दिया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनोज मण्डावी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे छात्र जीवन से राजनीति में आये. वे अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव चिंतित रहते थे. तीन बार विधानसभा के सदस्य एवं गृह राज्य मंत्री भी रहे. उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनकी आत्मा को ईश्वर अपने श्री चरणों मे स्थान प्रदान करें (CM Baghel expressed grief on death of Manoj Mandavi).

चरण दास महंत ने भी जताया शोक: छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि "छत्तीसगढ़ ने एक होनहार नेता खो दिया है. उन्हें बस्तर के साथ साथ पूरे छत्तीसगढ़ की चिंता रहती थी. आदिवासियों के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को दीव्य ज्योति में स्थान प्रदान करे. कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री अनिला भेड़िया, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर दीपक बैज, संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी, विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम एवं विधायक अंतागढ़ अनूप नाग ने भी शोकसभा को संबोधित करते हुए उन्हें श्रद्धाजलि अर्पित की.

मनोज मंडावी का निधन

छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी को रविवार को सुबह हार्ट अटैक आया. जिसके बाद उनकी मौत हो गई. उन्हें आनन फानन में धमतरी के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

कौन हैं मनोज मंडावी (cg vidhan sabha deputy speaker)

  1. मनोज मंडावी छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष थे.
  2. मंडावी तीसरी बार भानुप्रतापपुर से विधायक चुने गए.
  3. मंडावी विभाजन के समय भी विधायक थे और विभाजन के बाद अजीत जोगी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे.
  4. छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय मनोज मंडावी कद्दावर आदिवासी नेता के तौर पर जाने जाते हैं.
  5. 2003 में उन्हें भाजपा के देवलाल दुग्गा ने चुनाव में हराया था.
  6. 2008 में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद मनोज मंडावी निर्दलीय मैदान में उतरे थे.
  7. 2013 में कांग्रेस ने फिर से मनोज मंडावी को टिकट दिया और मनोज मंडावी ने भानूप्रतापपुर से जीत दर्ज की थी.
  8. 2018 में मंडावी ने फिर से इसी सीट पर जीत दर्ज की.
  9. मंडावी भूपेश बघेल कैबिनेट में मंत्री पद के भी बड़े दावेदार थे, लेकिन नए समीकरणों के तहत वे मंत्री बनने से वंचित रह गए थे.
  10. मनोज मंडावी कांग्रेस के एसटी सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.
Last Updated : Oct 16, 2022, 9:48 PM IST
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