नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को महंगाई भत्ता और महंगाई राहत चार प्रतिशत बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दिया है. इससे केंद्रीय सरकार के 47.58 लाख कर्मचारियों और 69.76 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा. मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा कि महंगाई भत्ता और महंगाई राहत बढ़ने से सरकारी खजाने पर सालाना 12,815.60 करोड़ रुपये का असर पड़ेगा.
कर्मचारियों को महंगाई भत्ता और पेंशनभोगियों को महंगाई राहत की अतिरिक्त किस्त एक जनवरी, 2023 से दी जाएगी. महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में वृद्धि स्वीकृत फार्मूले के आधार पर हुई है, जो सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है. आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की एक अतिरिक्त किस्त और पेंशनभोगियों को महंगाई राहत 01.01.2023 से जारी करने की मंजूरी दे दी है.
सूचना में कहा गया है कि अतिरिक्त किस्त मूल वेतन/पेंशन के 38% की मौजूदा दर से 4% की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करेगी, ताकि मूल्य वृद्धि की भरपाई की जा सके. अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि यह वृद्धि स्वीकृत फॉर्मूले के अनुसार है जो सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है.
उज्ज्वला योजना के सिलेंडरों पर सब्सिडी जारी रहेगी : कैबिनेट के अन्य फैसलों को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि वैश्विक कारणों के कारण गरीब जनता पर बोझ न पड़े इसके लिए 2022 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को साल में 12 सिलेंडर और एक सिलेंडर पर 200 रुपए की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया था. अंतरराष्ट्रीय दामों में अभी कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है तो इस सब्सिडी को एक साल तक और बढ़ाने का निर्णय किया गया है.
जूट की एमएसपी बढ़ी : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले वर्ष जूट का MSP 4,750 रुपए प्रति क्विंटल था, उसमें 300 रुपए की बढ़ोत्तरी करके इसको 5,050 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है. ये लगभग औसत उत्पाद लागत में 63% मुनाफा देगा. इससे 40 लाख जूट के किसानों को फायदा मिलेगा.
(पाटीआई-भाषा)