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राजनीतिक दलों की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता चुनाव आयोग: सीईसी

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कोरोना के चलते 63 फीसदी अधिक ईवीएम का प्रयोग किया गया था. जिस वजह से मतगणना में अधिक समय लगा.

cec comments on allegations of bihar counting of votes
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा
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Published : Nov 13, 2020, 4:37 PM IST

Updated : Nov 13, 2020, 5:11 PM IST

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की मतगणना में अनियमितता संबंधी विपक्षी दलों के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता और आखिर फैसला जनता के हाथ में होता है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पहले ही इन सारी चीजों पर जवाब दे चुके हैं. निर्वाचन आयोग ने भी 10 नवंबर को चार बार संवाददाता सम्मेलन किए थे. जिनमें मतगणना की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर प्रतिक्रिया दी गई थी.

अरोड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि हम राजनीतिक संगठनों की ओर से की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देते. यह उनका फैसला है, उन्होंने क्या कहा और क्यों कहा. आखिरी फैसला लोगों के हाथ में होता है.

बिहार में 'धीमी गति से मतगणना' संबंधी आरोप पर मुख्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दूरी संबंधी नियम के अनुपालन में हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,000 तक सीमित की गई थी. जिस कारण 33 हजार मतदान केंद्र बढ़ गए. इस बार बिहार में एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे.

इस बार 63 फीसदी अधिक किया गया ईवीएम का प्रयोग
उनके मुताबिक अधिक मतदान केंद्र होने के कारण 63 फीसदी अतिरिक्त ईवीएम का इस्तेमाल किया गया.

पढ़ें: सुशील मोदी की जगह कामेश्वर चौपाल को मिल सकती है नई जिम्मेदारी

अरोड़ा ने साथी चुनाव आयुक्तों सुशील चंद्र और राजीव कुमार के साथ राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनाव के भी सफलतापूर्ण संपन्न होने पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी थी.

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की मतगणना में अनियमितता संबंधी विपक्षी दलों के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता और आखिर फैसला जनता के हाथ में होता है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पहले ही इन सारी चीजों पर जवाब दे चुके हैं. निर्वाचन आयोग ने भी 10 नवंबर को चार बार संवाददाता सम्मेलन किए थे. जिनमें मतगणना की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर प्रतिक्रिया दी गई थी.

अरोड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि हम राजनीतिक संगठनों की ओर से की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देते. यह उनका फैसला है, उन्होंने क्या कहा और क्यों कहा. आखिरी फैसला लोगों के हाथ में होता है.

बिहार में 'धीमी गति से मतगणना' संबंधी आरोप पर मुख्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दूरी संबंधी नियम के अनुपालन में हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,000 तक सीमित की गई थी. जिस कारण 33 हजार मतदान केंद्र बढ़ गए. इस बार बिहार में एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे.

इस बार 63 फीसदी अधिक किया गया ईवीएम का प्रयोग
उनके मुताबिक अधिक मतदान केंद्र होने के कारण 63 फीसदी अतिरिक्त ईवीएम का इस्तेमाल किया गया.

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अरोड़ा ने साथी चुनाव आयुक्तों सुशील चंद्र और राजीव कुमार के साथ राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनाव के भी सफलतापूर्ण संपन्न होने पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी थी.

Last Updated : Nov 13, 2020, 5:11 PM IST
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