पुणे: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने डीएचएफएल से संबंधित 34,615 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में पुणे में बिल्डर अविनाश भोसले के परिसर से अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर (AgustaWestland helicopter) जब्त किया है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सीबीआई घोटाले के पैसे से अर्जित की गयी संपत्तियों का पता लगाने के लिए पिछले कुछ दिनों से विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चला रही है.
-
CBI seized a helicopter during search conducted at premises of builder Avinash Bhosale in Pune. He was allegedly involved in scam involving DHFL that caused loss of Rs 34,615 cr to a consortium of 17 banks led by Union Bank of India. The helicopter is AgustaWestland make: Sources pic.twitter.com/oGMLf9oK1k
— ANI (@ANI) July 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">CBI seized a helicopter during search conducted at premises of builder Avinash Bhosale in Pune. He was allegedly involved in scam involving DHFL that caused loss of Rs 34,615 cr to a consortium of 17 banks led by Union Bank of India. The helicopter is AgustaWestland make: Sources pic.twitter.com/oGMLf9oK1k
— ANI (@ANI) July 30, 2022CBI seized a helicopter during search conducted at premises of builder Avinash Bhosale in Pune. He was allegedly involved in scam involving DHFL that caused loss of Rs 34,615 cr to a consortium of 17 banks led by Union Bank of India. The helicopter is AgustaWestland make: Sources pic.twitter.com/oGMLf9oK1k
— ANI (@ANI) July 30, 2022
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने 34,615 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में 20 जून को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL), उसके पूर्व अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक कपिल वाधवान, निदेशक दीपक वाधवान एवं अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज किया था.
यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में 17 बैंकों के एक संघ को डीएचएफएल की फर्जी खाता बही का उपयोग करके 34,615 करोड़ रुपये के बैंक ऋणों को हटाकर धोखा दिया था.
उन्होंने कथित तौर पर नकली कंपनियों और एक समानांतर लेखा प्रणाली जिसे 'बांद्रा बुक्स' (Bandra Books) के नाम से जाना जाता है, का इस्तेमाल डीएचएफएल में सार्वजनिक धन को खुदरा ऋण के रूप में फर्जी संस्थाओं को धन वितरित करने के लिए किया.
पढ़ें- Yes Bank-DHFL scam case : एबीआईएल समूह के अध्यक्ष अविनाश भोसले गिरफ्तार