कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल उर्फ केश्टो (Trinamool Congress leader Anubrata Mondal) मवेशी तस्करी के मामले में बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की पूछताछ का सामना कर सकते हैं. उनके अंगरक्षक से मंगलवार को पूछताछ की गई. मंडल के अंगरक्षकों से तीन घंटे तक पूछताछ की गई क्योंकि अंगरक्षक मंडल के वकील के साथ निजाम पैलेस गए थे.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, मंडल के अंगरक्षक से पूछताछ इसलिए की गई क्योंकि नेता पशु तस्करी की जांच में पूछताछ से बचते आ रहे हैं. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि कुछ गुप्त सूचना का पता लगाने के लिए अंगरक्षक से पूछताछ की गई. सीबीआई जांचकर्ताओं का मानना है कि ऐसा मुश्किल है कि बीरभूम जिलाध्यक्ष को मवेशी तस्करी के बारे में कोई जानकारी न हो. रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई को वित्तीय लेनदेन पर कई दस्तावेज और सूचनाएं हासिल हुई हैं, जिससे मंडल के अंगरक्षक से पूछताछ करना जरूरी हो गया है.
सीबीआई पांच बार कर चुकी है समन : गौरतलब है कि मंडल को सीबीआई अब तक पूछताछ के लिए पांच बार समन भेज चुकी है लेकिन हर बार वह बीमारी की आड़ में पेश होने से कतरा रहते थे. इस बार लेकिन उनके सामने कोई कानूनी विकल्प नहीं बचा जिसके कारण उन्हें सीबीआई की पूछताछ का सामना करना पड़ेगा. मंडल सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने के लिए कानूनी विकल्प की तलाश में कोलकाता हाईकोर्ट का दरवाजा पहले ही खटखटा चुके हैं लेकिन वहां एक सदस्यीय पीठ तथा उसके बाद दो सदस्यीय खंडपीठ ने भी उनकी याचिका ठुकरा दी.
कानूनी विशेषज्ञों ने बताया कि अब मंडल अग्रिम जमानत याचिका के लिए दोबारा अदालत की शरण में जा सकते हैं या वह कानूनी विकल्प के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाल सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट में भी लेकिन उनकी याचिका खारिज होने की संभावना अधिक है. इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट यह स्पष्ट कर चुका है कि वह किसी जांच एजेंसी की जांच प्रक्रिया में दखल नहीं दे सकता है.
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