नई दिल्ली : भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Maharashtra BJP president Chandrakant Patil) ने प्रदेश के डिप्टी सीएम अजीत पवार और मंत्री अनिल परब के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है.
पाटिल ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह और पूर्व पुलिसकर्मी सचिव वाजे से संबंधित मामलों के सिलसिले में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की.
गृह मंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि सचिन वाज़े को 2004 में निलंबित कर दिया गया था. 2020 में वर्तमान एमवीए सरकार ने उन्हें पुलिस बल में बहाल कर दिया.
पाटिल का कहना है कि पूछताछ के दौरान वाजे ने कहा था कि उन्हें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अवैध गुटखा विक्रेताओं और उत्पादकों से 100 करोड़ रुपये वसूलने के लिए कहा. पत्र में यह भी कहा गया है कि 'वाजे ने पूछताछ में खुलासा किया था कि परिवहन मंत्री अनिल परब ने उन्हें मुंबई नगर निगम के ठेकेदारों से 2 करोड़ रुपये वसूलने के लिए कहा था. इसलिए इन दोनों की सीबीआई से जांच होनी चाहिए.'
बीते दिनों पाटिल ने परमबीर सिंह और वाजे से संबंधित मामलों में कथित संलिप्तता के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शिवेसना नेता तथा परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग संबंधी प्रस्ताव पास किया था.
एंटीलिया के पास मिली थी विस्फोटक वाली एसयूवी
फरवरी में यहां उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री रखी मिलने के मामले में वाजे की कथित संलिप्तता को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, जिसके बीच सिंह को मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाकर होमगार्ड विभाग में भेज दिया गया था.
परमबीर सिंह ने लगाए थे गंभीर आरोप
बाद में सिंह ने राज्य सरकार को भेज गए एक पत्र में उस समय राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. मामले की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 13 मार्च को वाजे को गिरफ्तार कर लिया था. पिछले महीने उन्हें पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था.
पढ़ें-अजित पवार ने प्रचार के लिए ₹ 6 करोड़ जारी करने का आदेश वापस लिया