राजमुंदरी: टीडीपी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर हलफनामे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में मुख्य आरोपी मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी हैं. चंद्रबाबू ने कुछ लोगों से बात करते हुए टिप्पणी की, 'सीबीआई ने हलफनामे में हत्या के संबंध में सभी तथ्यों का खुलासा किया है. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के बाद, इसमें शामिल व्यक्तियों ने निर्दोष होने का नाटक किया और उन्होंने हत्या पर लगभग हर दिन अपना रुख बदला.
विवेकानंद हत्या मामले में सीबीआई के द्वारा अदालत में दिए गए बयानों के बाद चंद्रबाबू ने कहा, 'विवेकानंद की हत्या करने के बाद उन्होंने मुझ पर दोष मढ़ दिया और यहां तक कि बाद में होने वाले चुनावों में लाभ पाने के लिए 'नारासुर रक्षा चरित्र' नामक पुस्तक भी लिखी.' उन्होंने कहा कि सीबीआई ने स्पष्ट किया कि जगन को हत्या के बारे में दूसरों को जानने से पहले ही पता चल गया था.
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चंद्रबाबू नायडू ने इस बात पर गंभीर चिंता व्यक्त की कि इस पीढ़ी का भविष्य क्या होगा यदि कोई हत्यारा या जो ऐसी हत्याओं के पीछे है उसे राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया जाता है. टीडीपी सुप्रीमो ने सामने आए तथ्यों पर जगन के जवाब की मांग की. पूर्व मुख्यमंत्री की राय है कि आरोपी हत्या से पहले और बाद में वाईएसआरसीपी के सांसद अविनाश रेड्डी के घर में था और अविनाश ने जगन को घटनाक्रम के बारे में हर मिनट जानकारी दी. चंद्रबाबू ने यह भी स्पष्ट किया कि जगन हत्या के बारे में अच्छी तरह से जानते थे और जगन से वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या पर उठाए जा रहे सभी घटनाक्रमों और संदेहों का जवाब देने की मांग की.