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स्वतंत्रता को 'भीख' बताने वाले बयान पर रनौत के खिलाफ अंडमान में दर्ज हुआ मामला - मंडलीय समन्वयक जुबैदा बेगम

कांग्रेस की अंडमान निकोबार द्वीप इकाई ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. कंगना के 1947 में भारत की आजादी को भीख बताने वाले बयान को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी.

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Published : Nov 19, 2021, 4:51 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 5:25 PM IST

पोर्ट ब्लेयर : कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई कि कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. यह मामला कंगना द्वारा भारत की आजादी को भीख बताने वाले बयान पर दर्ज कराया गया है.

बयान में कहा गया कि अंडमान और निकोबार प्रदेश महिला कांग्रेस समिति की मंडलीय समन्वयक (दक्षिण अंडमान) जुबैदा बेगम ने एबरडीन पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. अंडमान निकोबार क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रंगलाल हालदार ने एक बयान में कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री का बयान पूरी तरह से स्तब्ध करने वाला और आपत्तिजनक था.

उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान में से एक पद्मश्री से पुरस्कृत हस्ती से इस तरह के अशिष्ट और अपमानजनक बयान की आशा नहीं की जाती. रनौत ने एक नए विवाद को जन्म देते हुए दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला.

यह भी पढ़ें-'भीख में मिली आजादी' बयान पर बढ़ी कंगना की मुश्किल, कोर्ट में शिकायत दायर

उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से भीख मिलती है न कि आजादी. रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी. असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई.

(पीटीआई-भाषा)

पोर्ट ब्लेयर : कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई कि कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. यह मामला कंगना द्वारा भारत की आजादी को भीख बताने वाले बयान पर दर्ज कराया गया है.

बयान में कहा गया कि अंडमान और निकोबार प्रदेश महिला कांग्रेस समिति की मंडलीय समन्वयक (दक्षिण अंडमान) जुबैदा बेगम ने एबरडीन पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. अंडमान निकोबार क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रंगलाल हालदार ने एक बयान में कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री का बयान पूरी तरह से स्तब्ध करने वाला और आपत्तिजनक था.

उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान में से एक पद्मश्री से पुरस्कृत हस्ती से इस तरह के अशिष्ट और अपमानजनक बयान की आशा नहीं की जाती. रनौत ने एक नए विवाद को जन्म देते हुए दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला.

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उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से भीख मिलती है न कि आजादी. रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी. असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Nov 19, 2021, 5:25 PM IST
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