हरिद्वार: उत्तराखंड में भाजपा से निष्कासित पूर्व राज्य मंत्री डॉ विनोद आर्य की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. इस बार मुश्किल बढ़ने का कारण अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपी उनका बेटा पुलकित आर्य नहीं बल्कि वे स्वयं ही हैं. विनोद आर्य के चालक ने विनोद पर कुकर्म का मुकदमा कोतवाली ज्वालापुर में दर्ज कराया है. साथ ही शिकायत करने पर जान से मरवाने की धमकी देने का भी आरोप लगा है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
दरअसल, कुछ समय पहले तक भाजपा में कद्दावर नेता रहे पूर्व राज्यमंत्री डॉ विनोद आर्य की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं. अभी उनके बेटे पर अंकिता भंडारी हत्या का संगीन आरोप लगा है, जिसके बाद वह तो जेल में अपने दिन काट ही रहा है. अब विनोद आर्य के 27 वर्षीय चालक ने उन पर कुकर्म के प्रयास का संगीन आरोप लगाते हुए कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया है.
पीड़ित के मुताबिक उसने एक वेबसाइट पर एक विज्ञापन पढ़ा था, जिसमें जिक्र था कि डॉ विनोद आर्य जो उत्तराखंड सरकार में पूर्व राज्य मंत्री रह चुके हैं और अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य का पिता है. उनको ड्राइवर की जरूरत है. जिसके बाद उसने डॉ विनोद आर्य से संपर्क किया जिसके बाद उन्होंने ₹10 हजार सैलरी पर करीब तीन सप्ताह पूर्व पहले अपना ड्राइवर रख लिया.
आरोप है कि डॉ विनोद आर्य ने उसे ज्वालापुर आर्यनगर में रहने के लिए कमरा दे दिया था. ड्राइवर ने बताया कि विनोद आर्य रात के समय उसको अपने पास बुलाता था और अपने शरीर की मालिश करने और पैर दबाने के लिए कहता था. वहीं, अश्लील हरकतें भी करता था. कुछ दिन पहले ही रात को 10:30 बजे डॉक्टर विनोद आर्य ने मालिश करने के लिए बुलाया. मालिश के दौरान डॉ विनोद आर्य ने उसके साथ अप्राकृतिक सेक्स करने का प्रयास किया, जिसके बाद युवक डरकर अपने घर छुटमलपुर चला गया.
ये भी पढ़ें- अंकिता हत्याकांड: कोर्ट में स्पेशल काउंसलर करेगा पैरवी, SIT ने शासन को भेजा पत्र
इसी बीच दो दिन पहले जैसे ही वो मोटरसाइकिल से घर का सामान लेने बाजार गया तो बाजार में अपाचे मोटरसाइकिल पर बैठे तीन लोगों ने अपनी गाड़ी से जबरदस्त टक्कर मारी, जिससे उसका सिर फट गया और हाथ टूट गया. इस घटना की तहरीर थाना फतेहपुर में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध दी उसने शक जताया कि उसका एक्सीडेंट डॉ विनोद आर्य पूर्व राज्य मंत्री उत्तराखंड ज्वालापुर ने कराया है. पीड़ित ने आर्य से अपनी जान का खतरा बताया है. ज्वालापुर इंचार्ज आरके सकलानी ने बताया कि इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.