नई दिल्ली : पिछले चार दिनों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं और उपचाराधीन रोगियों की संख्या 3000 के करीब पहुंच गयी है. आधिकारिक आंकड़े में सोमवार को यह जानकारी मिली. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय की कमान के अंतर्गत आने वाले एनडीआरएफ और एनएसजी के अतिरिक्त पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों- सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और एसएसबी में नौ जनवरी तक 2900 से अधिक उपचाराधीन रोगी हैं, जबकि पांच जनवरी को ऐसे 964 मरीज थे.
रविवार को पिछले 24 घंटे कोरोना वायरस से 618 कर्मी संक्रमित हुए. कोविड-19 के सबसे अधिक उपचाराधीन 1068 मरीज केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में हैं, जिन्हें देश के अहम प्रतिष्ठानों एवं हवाई अड्डों की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में 677 मरीज उपचाराधीन हैं. यह अहम नक्सल विरोधी बल है.
पाकिस्तान एवं बांग्लादेश से सटी भारत की सीमाओं की रखवाली करने वाले सीमा सुरक्षा बल (BSF) में उपाचाराधीन मरीजों की संख्या 515 है, जबकि नेपाल एवं भूटान की सीमा की रक्षा करने वाले सशस्त्र सीमा बल (SSB) में ऐसे कर्मी 379 हैं.चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा की चौकसी करने वाले भारत -तिब्बत सीमा बल (ITBP) में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 148 है, जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल में उनकी संख्या 90 एवं आतंकवाद निरोधक केंद्रीय कमांडो बल राष्ट्रीय सुरक्षागार्ड (NSG) में यह संख्या 27 है.
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करीब दस लाख कर्मियों वाले इन बलों में 2020 के प्रारंभ में महामारी के पांव पसारने के बाद से अबतक 92000 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं तथा 348 जवानों ने इस संकमण के चलते जान गंवायी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनमें से अबतक 88000 कर्मी संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और फिलहाल उपचाराधीन जवानों की स्थिति काफी हद तक स्थिर है एवं उनमें लक्षण नहीं हैं. अधिकारी ने कहा कि इन सभी बलों ने देश में ओमीक्रोन समेत कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों के मामलों में तीव्र वृद्धि के चलते अपने कोविड-19 नियंत्रण कक्षों एवं स्वास्थ्य केंद्रों को फिर सक्रिय कर दिया है.
(पीटीआई-भाषा)