नई दिल्ली : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत से वापसी में बार-बार आ रही बाधा के बाद मंगलवार को आखिरकार उनकी फ्लाइट ने कनाडा के लिए उड़ान भरी. जी20 शिखर सम्मेलन के बाद 10 सितंबर से विमान में तकनीकी खराबी के कारण कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो नई दिल्ली में ही फंसे हुए थे. मंगलवार दोपहर को कनाडाई पीएम राष्ट्रीय राजधानी से रवाना हो गए. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति के लिए ट्रूडो को धन्यवाद दिया. चंद्रशेखर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पालम हवाई अड्डे पर कनाडाई प्रधानमंत्री की विदाई की एक तस्वीर पोस्ट की.
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On behalf of PM @narendramodi Ji and my colleagues in govt, I was at the airport today to thank Mr. Justin Trudeau, Hon’ble Prime Minister of Canada @JustinTrudeau for his presence at the #G20Summit and wished him and his entourage a safe trip back home. 🇮🇳 🇨🇦 pic.twitter.com/8gEg694YCs
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 12, 2023
ट्रूडो के प्लेन में तकनीकी खराबी : जी20 शिखर सम्मेलन 2023 के लिए भारत आए कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो की यात्रा में रविवार (10 सितंबर) को उस समय रुकावट आ गई, जब उनके आधिकारिक विमान में दिल्ली हवाईअड्डे पर तकनीकी समस्या आ गई. हवाईअड्डे के सूत्रों ने कहा कि ट्रूडो के विमान सीएफ001 में निर्धारित प्रस्थान से कुछ समय पहले तकनीकी समस्या आ गई. इस वजह से ट्रूडो और उनके बेटे जेवियर सहित कनाडाई प्रतिनिधिमंडल तब तक भारत में रहे, जब तक कि जमीनी स्तर पर इंजीनियरिंग टीम इस मुद्दे का समाधान नहीं कर लेती. अप्रत्याशित देरी के कारण कनाडा पीएम और उनके प्रतिनिधिमंडल की यात्रा योजनाओं में भी फेरबदल करना पड़ा. रविवार को प्रस्थान करने की योजना थी, लेकिन फिर उन्होंने भारत में प्रवास तक किया, जब तक कि विमान को यात्रा के लिए उपयुक्त नहीं मान लिया जाता.
वैकल्पिक प्लेन का इंतजाम : ट्रूडो की विमान में तकनीकी समस्या के बाद प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल को उनके देश वापस ले जाने के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था करायी गई. जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद नई दिल्ली से रवाना होने से कुछ देर पहले रविवार रात को कनाडाई प्रधानमंत्री के विशेष विमान में तकनीकी खराबी सामने आई थी. एक अधिकारी ने कहा कि इंजीनियरों की एक टीम कनाडाई विमान कर्मचारियों के साथ मिलकर तकनीकी खराबी को दूर करने की कोशिश कर रही है. इस बीच, पीएम स्टाफ ने दूसरा विमान मंगवाया, जो रात 11 बजे तक दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला था. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई थी कि पूरा प्रतिनिधिमंडल वैकल्पिक विमान से रवाना होगा या अलग व्यवस्था की जाएगी.
ट्रूडो का वैकल्पिक विमान लंदन डायवर्ट : कनाडाई पीएम के लिए मंगवाये गए वैकल्पिक विमान को लंदन के लिए डायवर्ट कर दिया गया, जिससे उनकी वापसी में देरी हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि नई दिल्ली भेजे गए वैकल्पिक विमान सीसी-150 पोलारिस विमान के अप्रत्याशित मार्ग परिवर्तन हो गया. हालांकि, वैकल्पिक विमान को भेजने वाले रॉयल कैनेडियन एयर फोर्स द्वारा इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया, जबकि प्लेन को रोम से होकर जाना था. सूत्रों का कहना था कि यदि ट्रूडो द्वारा इस्तेमाल किया गया एयरबस विमान हवाई सुरक्षा नियमों का अनुपालन करता है, तो वह उस पर वापस लौटने का विकल्प चुन सकते हैं. लेकिन, इसके बाद दोपहर को कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रेस सचिव मोहम्मद हुसैन ने बताया, "विमान के साथ तकनीकी समस्या हल हो गई है. विमान को उड़ान भरने की मंजूरी दे दी गई.
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पहले भी ट्रूडो के प्लेन में आई थी समस्या : जस्टिन ट्रूडो 9 से 10 सितंबर को जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली में थे. ट्रूडो आमतौर पर जिस विमान का उपयोग करते हैं, वह 34 साल पुराना है और इसमें पहले भी समस्याएं आ चुकी हैं. अक्टूबर 2016 में इसे बेल्जियम के लिए प्रस्थान करने के आधे घंटे बाद ही ओटावा लौटना पड़ा. इसके बाद यह 16 महीने के लिए सेवा से बाहर हो गया. जब ट्रूडो ने दिसंबर 2019 में लंदन में नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लिया, तो एक बैकअप विमान को रोक दिया गया था.
(आईएएनएस)