गुवाहाटी : असम में पहले चरण की 47 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार शाम को समाप्त हो गया. इन सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा. शनिवार को होने वाले मतदान में मतदाता 264 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
राज्य में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को लागू किया जाना प्रमुख मुद्दा है. इसे लेकर राज्य में प्रदर्शन और हिंसा तक हुई, हालांकि प्रदेश भाजपा इस पर चुप है. यह मुद्दा न तो पार्टी के प्रचार के दौरान सुनाई दिया और न ही इसे पार्टी के घोषणापत्र में स्थान मिला.
हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने टिप्पणी की है कि यह संसद का कार्य है और इस पर अमल किया जाएगा. वहीं, कांग्रेस और अन्य दलों ने सत्ता में आने पर असम में इसे लागू नहीं किए जाने को लेकर इसके खिलाफ विधानसभा में विधेयक लाने का आश्वासन दिया है.
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पहले चरण की 47 सीटों में से 39 पर भाजपा जबकि 10 पर इसका सहयोगी दल एजीपी मैदान में हैं. इनमें से दो पर उसका भगवा दल के साथ मित्रवत मुकाबला भी होगा. वहीं, कांग्रेस 43 सीटों पर जबकि उसके सहयोगी दल एआईयूडीएफ, राजद, आंचलिक गण मोर्चा (स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर)और सीपीआई-एमएल एक-एक सीट पर चुनाव मैदान में है.
असम जातीय परिषद 41 सीटों पर जबकि रायजर दल 19 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. पहले चरण में 78 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण में 23 महिला उम्मीदवार भी हैं.