नई दिल्ली: कंबोडियाई नरेश का मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया. राजा नोरोडोम ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की. राजा सिहमोनी भारत की अपनी पहली तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शाम को कंबोडिया के राजा नोरोडोम सिहामोनी के सम्मान में राजकीय भोज की मेजबानी करेंगी.
इससे पहले केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने उनके आगमन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कंबोडिया के राजा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. उन्होंने कहा कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे. राजा नोरोडोम यहां राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.
वह उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री एस जयशंकर नरेश से भी मुलाकात करेंगे. राजा सिहामोनी की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के जश्न का समापन है. कंबोडिया के राजा की यह यात्रा करीब छह दशक बाद हो रही है. इस राजकीय यात्रा से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक मूल्यों, आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
भारत आईटीईसी (ITEC) के तहत प्रशिक्षण स्लॉट और आईसीसीआर (ICCR) के तहत छात्रवृत्ति के माध्यम से क्षमता निर्माण और मानव संसाधन विकास में कंबोडिया की सक्रिय रूप से सहायता करता है. भारत ने विकासात्मक परियोजनाओं के लिए अनुदान और रियायती ऋण भी दिए हैं. प्राचीन मंदिरों का संरक्षण और अंगकोर वाट का जीर्णोद्धार का कार्य भारत सरकार के वित्त पोषण के तहत किया जा रहा है.
वित्त वर्ष 2023-23 के लिए भारत और कंबोडिया के बीच व्यापार 366 मिलियन अमरीकी डालर था और बढ़ रहा है. कंबोडिया में विशेष रूप से फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल और खनन में भारतीय निवेश लगभग 115 मिलियन अमरीकी डालर होने का अनुमान है. भारत ने माइनिंग उपकरण की खरीद के लिए 1.5 मिलियन अमरीकी डालर का अनुदान दिया है. भारत से रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए 50 मिलियन अमरीकी डालर की लाइन ऑफ क्रेडिट की पेशकश की है.
(एएनआई)