मथुरा : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए ट्वीट 'अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण का काम जारी है, मथुरा की तैयारी है' (keshav maurya on sri krishna janmabhoomi case) के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है. वहीं, रविवार को केशव मौर्य के समर्थन में लक्ष्मी नारायण चौधरी भी उतर आए. कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि अगर मथुरा में मंदिर नहीं बनेगा तो क्या लाहौर में बनेगा. जो लोग मथुरा में मंदिर नहीं चाहते वह अपना डीएनए टेस्ट कराएं.
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि जब भगवान श्री कृष्ण मथुरा में पैदा हुए तो यहां मंदिर भी बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां तो घर-घर में भगवान श्री कृष्ण के मंदिर है. यहां तो सब कन्हैया और राधा के पुजारी हैं. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि केशव प्रसाद भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, उन्होंने जो बात कही है उसे तो प्रत्येक व्यक्ति को कहना चाहिए. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण का मंदिर मथुरा में नहीं चाहता है तो वह खुलकर सामने आए. जो अपने आपको भगवान श्री कृष्ण के वंशज कहते हैं, अगर वह नहीं चाहते कि भगवान कृष्ण का मथुरा में मंदिर बने तो वह अपना डीएनए टेस्ट कराएं.
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गौरतलब है कि हिंदूवादी संगठनों द्वारा 6 दिसंबर को कृष्ण जन्मभूमि पर शाही ईदगाह में भगवान श्री कृष्ण के अभिषेक के एलान के बाद मथुरा में भी भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम शहर के डींग गेट पुलिस चौकी पर पुलिस कैंप बनाकर आला अधिकारी मौके पर तैनात हैं. श्री कृष्ण जन्मभूमि परिसर और शाही ईदगाह मस्जिद परिसर की सुरक्षा में भारी संख्या में पुलिस फोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स और सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं.