हैदराबाद : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने हाल ही में त्रिपुरा का दौरा किया था और महत्वपूर्ण बैठकों की एक श्रृंखला की अध्यक्षता की थी. हालांकि त्रिपुरा की अचानक यात्रा के दौरान कई बातें सामने आईं थी जिसमें दावा किया गया था कि उनकी यात्रा भाजपा विधायकों के एक वर्ग के विद्रोह या पार्टी के खराब परिणामों से जुड़ी थी.
हालांकि टीटीएएडीसी चुनावों में सिद्धांत अचानक बदल गए क्योंकि त्रिपुरा भाजपा में कोई नाटकीय परिवर्तन नहीं देखा गया. दूसरी ओर विधायक सुशांत चौधरी जैसी विरोधी स्वर भी वर्तमान व्यवस्था के अनुरूप पाई गई. राज्य भाजपा ने दावों को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी में सब ठीक है और परिवार में जो मतभेद उभरे थे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा.
इस बीच मुख्यमंत्री ने राज्य में पार्टी के प्रदर्शन और संगठनात्मक संभावनाओं के संबंध में कई विषयों पर चर्चा करने के लिए संतोष से मुलाकात की. अपने संक्षिप्त सोशल मीडिया पोस्ट में विप्लब देब ने लिखा कि भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मिलकर प्रसन्नता हुई और उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार द्वारा किए गए पार्टी के काम और जन-समर्थक पहल के बारे में बताया. पार्टी को मजबूत करने के लिए उनसे बहुमूल्य समर्थन भी प्राप्त किया.
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इस मसले पर सूत्रों ने कहा कि बहुत जल्द त्रिपुरा कैबिनेट में फेरबदल होने जा रहा है और कुछ नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना है. संतोष की त्रिपुरा यात्रा के दौरान विस्तृत चर्चा हुई और अब बहुत जल्द नामों से पर्दा हट जाएगा. इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ माणिक साहा भी किसी संगठनात्मक उद्देश्य से दिल्ली में रह रहे हैं.