शिवमोग्गा: कर्नाटक के शिवमोग्गा में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित बैलों की रेस में दो अलग-अलग मामलों में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि पहले मामले में शिवमोग्गा शहर के अलकोला कॉलोनी निवासी लोकेश (32) की रविवार को शिवमोग्गा तालुक के कोनागनवल्ली गांव में आयोजित बैलों की दौड़ प्रतियोगिता में मौत हो गई. वहीं दूसरे मामले में शिकारीपुरा तालुक के मलूर गांव में बैलों की दौड़ देखने गए 23 वर्षीय रंगनाथ की भी मौत हो गई.
मजदूर के तौर पर काम करने वाले लोकेश रविवार को छुट्टी होने के कारण कोगनावल्ली गांव में आयोजित संक्रांति बैल दौड़ प्रतियोगिता देखने गए थे. इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे एक बैल ने लोकेश के सीने पर टक्कर मार दी. इस हमले से लोकेश मौके पर ही गिर पड़ा, जिसके बाद उसे तुरंत अयानूर अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने उसे फौरन ही शिवमोग्गा मैकगैन अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही लोकेश की मौत हो गई.
कुंसी थाने में शिकायत
लोकेश की पत्नी और 5 व 3 साल के दो बेटे व डेढ़ साल की एक बेटी है. लोकेश अकेला अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा था. लोकेश के परिवार का आरोप है कि बैल दौड़ प्रतियोगिता के आयोजकों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ. आयोजकों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. लोकेश की पत्नी ने मांग की कि जिला प्रशासन को ऐसी खतरनाक प्रतियोगिताओं पर रोक लगानी चाहिए. मृतक लोकेश की पत्नी चंद्रम्मा ने बैल दौड़ प्रतियोगिता के आयोजकों के खिलाफ कुंसी थाने में तहरीर दी है.
एक अन्य मामले में शिकारीपुरा तालुक के मलूर गांव में बैल दौड़ प्रतियोगिता देखने गए रंगनाथ (23) नामक युवक की मौत हो गई. वह मलूर गांव का रहने वाला था. वह गांव में एक छोटी सी कैंटीन चलाता था. रंगनाथ जब 14 जनवरी को प्रतियोगिता देखने गया, तो एक दौड़ते हुए बैल ने उसके पेट में सींग घुसा दी.
गंभीर रूप से घायल युवक को तुरंत शिरलकोप्पा अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में शिकारीपुरा तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां उचित इलाज नहीं होने के कारण उसे शिवमोग्गा के मैकगैन अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
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अस्पताल में इलाज के दौरान ही रंगनाथ की मौत हो गई. मृतक रंगनाथ के ससुर ने आयोजक के खिलाफ शिरलकोप्पा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. जानकारी के अनुसार कोगननवल्ली में आयोजित होने वाली सांड प्रतियोगिता के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति दे दी थी. इसके मुताबिक जिला प्रशासन ने मलूर में पहले दिन होने वाली प्रतियोगिता के लिए अनुमति दी थी. हालांकि इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी. ज्ञात हुआ है कि इसी दौरान हादसा हो गया. कोगनावल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में करीब 8 लोग घायल हुए.