ठाणे (महाराष्ट्र) : उल्हासनगर की एक पांच मंजिल इमारत की चौथी मंजिल का एक कमरे का स्लैब गिर गया. हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. मौके पर एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. मृतकों की पहचान सागर ओचानी (19), रेणु धनवानी (55), धोलदास धनवानी (58) और प्रिया धनवानी (24) के रूप में हुई है. वहीं गंभीर रूप से घायल दो लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
बता दें कि उल्हासनगर कैंप नंबर 5 क्षेत्र में मानस टॉवर नाम की पांच मंजिला इमारत है. इस इमारत में कुल 30 फ्लैट हैं. इमारत को करीब 25 साल पहले बनाया गया था. वहीं नगर आयुक्त अजीज शेख ने कहा कि उल्हासनगर नगर निगम ने इस इमारत के निवासियों को दो बार नोटिस जारी किया है क्योंकि इमारत खतरनाक है. उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने पहले ही इस भवन को खतरनाक घोषित कर दिया था. इसलिए, इस इमारत के अधिकांश निवासी नहीं रह रहे थे. लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग यहां पर जान जोखिम में डाल कर रह रहे थे. बताया जाता है कि सुबह करीब 11:30 बजे चौथी मंजिल पर एक कमरे का स्लैब गिर गया. इससे उसके मलबे में 7 से 8 लोगों के फंसे होने की आशंका थी. वहीं घटना की सूचना मिलते ही नगर निगम के अधिकारी, पुलिस अधिकारी, दमकल कर्मी और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. मलबे के नीचे से 5 से 6 लोगों को निकाला गया, उनमें से 4 की मौत हो गई.
गौरतलब है कि उल्हासनगर नगर पालिका की सीमा के भीतर एक महीने में स्लैब गिरने की तीन घटनाएं हो चुकी हैं और कुल छह लोगों की मौत हो चुकी है. घटना के बाद शिंदे गुट के विधायक डॉ. बालाजी किनिकर ने मौके का मुआयना किया. हालांकि, पिछले 5 वर्षों से सरकार ने खतरनाक इमारतों में निवास के संबंध में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है, इस वजह से हजारों परिवार अभी भी खतरनाक इमारतों में रह रहे हैं.
ये भी पढ़ें - मुंबई के चेंबूर में गारमेंट फैक्ट्री का स्लैब गिरा, एक की मौत, नौ घायल