भोपाल। मध्य प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट बुधनी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 82 साल के एक प्रत्याशी भी चुनौती दे रहे हैं. 82 साल के अब्दुल रशीद बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं. यह मध्य प्रदेश के सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी हैं. मध्य प्रदेश की 320 विधानसभा सीटों में 15 प्रत्याशी 75 और इससे ज्यादा उम्र के हैं. इनमें से पांच बुजुर्ग प्रत्याशियों को बीजेपी ने टिकट दिया है.
शिवराज के सामने 82 साल के बुजुर्ग: इस बार के चुनाव में सीएम शिवराज के बुधनी विधानसभा में सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी मैदान में है. अब्दुल रशीद की उम्र 82 साल है. इनका मुकाबला तेज तर्रार प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान से है. जो की पिछले 18 साल से मुख्यमंत्री हैं. 2018 में भी अब्दुल रशीद मैदान में निर्दलीय उतरे थे. एडीआर (Association for Democratic Reforms) ने आंकड़े जारी कर बताया है कि सबसे कम उम्र और सबसे ज्यादा उम्र के कैंडिडेट कौन-कौन हैं.
मिर्ची बाबा भी बुधनी सीट से मैदान में: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बुधनी सीट से 2006 से लगातार विधायक हैं. इसे भाजपा की सेफ सीट माना जाता है. कभी भाजपा और फिर कांग्रेस के करीबी रहे मिर्ची बाबा भी इस बार सपा से एंट्री कर चुनावी मैदान में उतरे हैं. मिर्ची बाबा भी बुधनी सीट से शिवराज के खिलाफ उतरें. यह मुकाबला हाई प्रोफाइल होने के साथ-साथ दिलचस्प भी हो गया है. कांग्रेस ने भी इस सीट पर धार्मिक छवि के अभिनेता विक्रम मस्ताल को उतार कर शिवराज सिंह चौहान के लिए चुनावी बिसात बिछाई है.
दिलचस्प हुआ बुधनी सीट का मुकाबला: माना जा रहा था कि पार्टी इस बार शिवराज सिंह चौहान को बुधनी के साथ एक और सीट से उतार सकती है, लेकिन वे सिर्फ बुधनी विधानसभा सीट से मैदान में हैं. भाजपा के शिवराज के सामने कांग्रेस ने रामायण-2 में हनुमान का रोल करने वाले विक्रम मस्ताल को टिकट देकर बुधनी के मुकाबले को दिलचस्प बन दिया है. तो वहीं समाजवादी पार्टी के टिकट पर मिर्ची बाबा वैराग्यनंद गिरी की एंट्री से हाई प्रोफाइल सीट पर चुनाव और रोचक हो गया है. नामांकन के आखिरी दिन मिर्ची बाबा ने नामांकन दाखिल किया था.
क्या कहती है एडीआर रिपोर्ट: ADR की रिपोर्ट में 28 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो कि बिना पढ़े लिखे हैं. वहीं 134 पढ़े-लिखे पांचवी पास 162, आठवीं पास 286, दसवीं पास 354, 12वीं पास 431, ग्रेजुएट 452, ग्रेजुएट प्रोफेशनल 226, पोस्टग्रेजुएट 406, डॉक्टरेट 21, डिप्लोमा 28, वहीं 6 वह प्रत्याशी जिन्होंने अपना ब्योरा नहीं दिया, कुल प्रत्याशी 2534 हैं.
नागेंद्र सिंह नाम के दो प्रत्याशी, दोनों की उम्र 81 साल: सबसे ज्यादा उम्मीद उम्र वाले कैंडिडेट्स की बात करें तो सीहोर जिले की बुधनी से अब्दुल रशीद निर्दलीय 82 साल के हैं. वहीं बसपा के लहार के रसाल सिंह 81 साल के हैं, बीजेपी के दो उम्मीदवार नागेंद्र सिंह गुढ़ और नागेंद्र सिंह नागौद दोनों की उम्र 80 साल है. वहीं कांग्रेस पार्टी के सबसे उम्रदराज कैंडिडेट 77 साल के हैं, नरेंद्र नाहटा जो की मनासा से उतरे हैं.