नई दिल्ली: दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में जांच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए चार्टर्ड अकाउंटेंट बुची बाबू और कारोबारी गौतम मेहरोत्रा को राउज एवेन्यू कोर्ट ने हिरासत में भेज दिया है. बुची बाबू को सीबीआई की तीन दिन की हिरासत में भेजा गया है. वहीं गौतम मेहरोत्रा को ईडी की 7 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है. बुची बाबू को 11 फरवरी को एमके नागपाल की कोर्ट में पेश किया जाएगा. मेहरोत्रा को 15 फरवरी को कोर्ट में दोबारा पेशी के लिए लाया जाएगा. दोनों आरोपियों को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
हैदराबाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुची बाबू को सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. जहां सीबीआई ने 5 दिन की रिमांड की मांग की थी, जिसका बुची बाबू के अधिवक्ता ने विरोध किया. वहीं सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि बुची बाबू ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी को बनाने तथा क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाई थी, जिसके आधार पर इन्होंने हैदराबाद के कई रिटेलर और होलसेलर शराब विक्रेताओं को लाभ पहुंचाया. बुची बाबू ने अपने क्लाइंट को एक्साइज पॉलिसी के जरिए लाभ पहुंचाने की कोशिश की. बुची बाबू तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट भी रहे हैं. कोर्ट ने सीबीआई की दलील स्वीकार करते हुए बुची बाबू को 3 दिन की सीबीआई रिमांड में भेज दिया.
वहीं, ईडी ने पंजाब के कारोबारी गौतम मेहरोत्रा को गिरफ्तार किया और उन्हें कोर्ट में पेश किया. ईडी ने मेहरोत्रा की 14 दिन की रिमांड की मांग की थी. ईडी ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में जांच चल रही है. अब तक ढाई करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की जानकारी सामने आई है. वहीं गौतम मेहरोत्रा के वकील ने रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि उन पर अप्रूवल बनने के लिए दबाव डाला जा रहा है. दबाव डालने के लिए ही एजेंसी उन्हें हिरासत में रखना चाहती है. ईडी ने कोर्ट को बताया कि गौतम के भाई और पिता पर भी जांच चल रही है. ऐसे में हिरासत के दौरान उन्हें भाई और पिता से मिलने की अनुमति भी नहीं दी जानी चाहिए. कोर्ट ने गौतम मेहरोत्रा को 15 फरवरी को कोर्ट में पेश किए जाने का निर्देश दिया है.
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यह है मामलाः सीबीआई ने एलजी की शिकायत पर अगस्त 2022 में नई आबकारी नीति में अनियमितता का आरोप लगाते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 14 के खिलाफ प्राथमिकी की थी. इस मामले में आम आदमी पार्टी से जुड़े विजय नायर के साथ अभिषेक बोइनपल्ली, समीर महेंद्रू, मूथा गौतम, अरुण रामचंद्र पिल्लई, कुलदीप सिंह और नरेंद्र सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था. आरोपपत्र दायर होने से पहले विजय और अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया था. इन दोनों पर सीबीआई ने आपराधिक साजिश रच कर नई आबकारी नीति से अनुचित लाभ उठाने का आरोप लगाया था. बाकी पांचों को गिरफ्तार किए बिना आरोपपत्र दायर हुआ था.