प्रयागराजः बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को बसपा से मिला महापौर का टिकट कटना तय माना जा रहा है.चार दिन में शाइस्ता परवीन का टिकट कटने की घोषणा की जा सकती है.माफिया अतीक अहमद की पत्नी को बसपा ज्वाइन कराने के बाद 5 जनवरी को महापौर का उम्मीदवार घोषित किया था. 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित बनाये जाने के बाद से शाइस्ता परवीन फरार चल रही हैं. इसके साथ ही पुलिस ने उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है.ऐसे में 25 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन के फरार रहने की वजह से बसपा अब नए उम्मीदवार की तलाश में जुटी हुई है.हालांकि बसपा ने अभी तक शाइस्ता को पार्टी से बाहर नहीं निकाला है लेकिन उनका महापौर टिकट कटना तय माना जा रहा है जिसकी घोषणा 3 अप्रैल को होने वाली बसपा की मीटिंग में किया जा सकता है.
बसपा की तरफ से 5 जनवरी को शाइस्ता परवीन को कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी की तरफ से महापौर का उम्मीदवार घोषित किया गया था.उसके बाद से शाइस्ता परवीन ने शहर के तमाम इलाक़ों में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था लेकिन 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद से शाइस्ता परवीन फरार हो गयी.फिलहाल शाइस्ता परवीन के परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं है.
इसके साथ ही शाइस्ता परवीन का घर भी जमींदोज किया जा चुका है.इसके अलावा शाइस्ता का पति अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद है जबकि दो बेटे नैनी और लखनऊ जेल में बंद हैं. इसके अलावा असद फरार चल रहा है और दो नाबालिग बेटे बाल संरक्षण गृह में रखे गए हैं. ऐसे हालात में शाइस्ता परवीन का महापौर का चुनाव लड़ पाना मुश्किल दिख रहा है. जिस तरह के हालात हैं ऐसे में फिलहाल वह कानूनी दांव पेंच में फंसी रहेंगी और उनका चुनाव लड़ पाना मुश्किल है.
बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर अशोक गौतम ने बताया कि 3 अप्रैल को प्रयागराज में पार्टी नेताओं की बैठक होने वाली है.उसी बैठक में महापौर के उम्मीदवार को लेकर चर्चा और फैसला होगा.बसपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि शाइस्ता परवीन का टिकट कटना तय है. पार्टी दूसरे उम्मीदवार की तलाश में जुटी हुई है और 3 अप्रैल को होने वाली बैठक में शाइस्ता परवीन का टिकट काटे जाने का एलान भी किया जा सकता है. बसपा ने अतीक अहमद की पत्नी को पार्टी में शामिल होने पर शहर के सरदार पटेल संस्थान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन महापौर का उम्मीदवार बनाया गया था.अब शाइस्ता परवीन का टिकट काटकर किसी दूसरे नेता को बसपा का उम्मीदवार बनाया जाएगा. हालांकि बसपा किसको महापौर का उम्मीदवार बनाएगी इसका फैसला बसपा सुप्रीमो मायावती करेंगी.
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