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मायावती ने दल-बदल कानून में संशोधन की मांग की, सपा को बताया दलित विरोधी

बसपा प्रमुख मायावती (bsp chief mayawati ) ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य मुझे क्या मुख्यमंत्री बनवाएंगे, बसपा में आने के बाद उनकी किस्‍मत खुली, जिस सपा ने दलितों को सरकारी नौकरी में पदोन्नति वाले विधेयक को फाड़कर फेंक दिया था, वह कैसे दलित हितैषी पार्टी हो सकती हैं.

mayawati
बसपा की प्रमुख मायावती
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Published : Jan 15, 2022, 6:30 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कई विधायकों, मंत्रियों के पाला बदलने की पृष्ठभूमि में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने शनिवार को कहा कि दल-बदल कानून को बहुत सख्त बनाने की जरूरत है. समजावादी पार्टी (सपा) पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि सपा ने सत्ता में आते ही संतरविदास नगर का नाम फिर से भदोही कर दिया था, यह उसका दलित विरोधी रवैया नहीं तो क्या है?

मायावती (bsp chief mayawati) ने शनिवार को अपने जन्मदिन पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में चुनाव के नजदीक आते ही स्वार्थी किस्म के लोगों का दल-बदल करने का सिलसिला शुरू हो जाता है, इसे ध्यान में रखकर अब दल-बदल कानून को सख्त बनाने की जरूरत हैं क्योंकि इससे हमारे लोकतंत्र पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है.

बसपा प्रमुख ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस समाजवादी पार्टी ने दलितों की सरकारी नौकरी में पदोन्नति को लेकर लाए गये विधेयक को राज्यसभा में फाड़कर फेंक दिया था और इस विधेयक को पारित नहीं होने दिया था, वह कैसे दलित हितैषी पार्टी हो सकती हैं.

पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया था कि उन्होंने मायावती को मुख्यमंत्री बनवाया. मौर्य के इस दावे पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वह मुझे क्या मुख्यमंत्री बनवाएंगे. बसपा में आने के बाद उनकी किस्मत खुली और वह विधायक बने. पांच साल तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग उन्हें ढोते रहे.

पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के शुक्रवार को सपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि समाजवादी और आंबेडकरवादी साथ आ गये तो अब हमें सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता.

पढ़ें: बीजेपी ने राधामोहन अग्रवाल समेत इन 20 नेताओं के काटे टिकट...ये रही सूची

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कई विधायकों, मंत्रियों के पाला बदलने की पृष्ठभूमि में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने शनिवार को कहा कि दल-बदल कानून को बहुत सख्त बनाने की जरूरत है. समजावादी पार्टी (सपा) पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि सपा ने सत्ता में आते ही संतरविदास नगर का नाम फिर से भदोही कर दिया था, यह उसका दलित विरोधी रवैया नहीं तो क्या है?

मायावती (bsp chief mayawati) ने शनिवार को अपने जन्मदिन पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में चुनाव के नजदीक आते ही स्वार्थी किस्म के लोगों का दल-बदल करने का सिलसिला शुरू हो जाता है, इसे ध्यान में रखकर अब दल-बदल कानून को सख्त बनाने की जरूरत हैं क्योंकि इससे हमारे लोकतंत्र पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है.

बसपा प्रमुख ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस समाजवादी पार्टी ने दलितों की सरकारी नौकरी में पदोन्नति को लेकर लाए गये विधेयक को राज्यसभा में फाड़कर फेंक दिया था और इस विधेयक को पारित नहीं होने दिया था, वह कैसे दलित हितैषी पार्टी हो सकती हैं.

पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया था कि उन्होंने मायावती को मुख्यमंत्री बनवाया. मौर्य के इस दावे पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि वह मुझे क्या मुख्यमंत्री बनवाएंगे. बसपा में आने के बाद उनकी किस्मत खुली और वह विधायक बने. पांच साल तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग उन्हें ढोते रहे.

पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के शुक्रवार को सपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि समाजवादी और आंबेडकरवादी साथ आ गये तो अब हमें सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता.

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