नई दिल्ली : ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री चुनने के लिए मंगलवार शाम को नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया समाप्त होने पर उम्मीदवारों की शुरुआती छंटनी के बाद भारतीय मूल के दो सांसदों-पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन ने आठ दावेदारों में अपनी जगह बनाई थी. आज के मतदान में सबसे अधिक वोट ऋषि सुनक को मिला.
आज हुए एलिमिनेशन राउंड में ऋषि सुनक को सबसे अधिक 25 फीसदी वोट मिले. दूसरे स्थान पर पेन्नी मॉर्डान्ट रहे. उन्हें 19 फीसदी वोट मिला. 14 फीसदी वोट के साथ लिज ट्रास तीसरे स्थान पर और केमी बेडेनोक चौथे स्थान पर रहे. उन्हें 11 फीसीद मत मिला. भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन को नौ फीसदी मत मिला. वह नौंवें स्थान पर रहीं. टॉम टुजैन्ट को 10 फीसदी वोट मिला. वह पांचवें नंबर पर रहे. एलिमिनेशन राउंड में नधीम जहावी और जर्मी हंट रेस से बाहर हो गए. उन्हें क्रमशः सात और पांच फीसदी वोट हासिल हुए.
दरअसल, कंजरवेटिव पार्टी में नेता चुनने की प्रक्रिया में एक कमेटी शामिल होती है. ये पार्टी के सांसद होते हैं. इनमें नॉमिनेश, एलिमिनेशन और फाइनल नाम से तीन चरण की पूरी प्रक्रिया होती है. दो प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं. ऋषि इस रेस में अब तक सबसे आगे चल रहे हैं. ब्रिटेन का संविधान कहता है कि वे ही उम्मीदवार अगले चरण में जा सकते हैं, जिन्हें कम से कम 30 सांसदों का समर्थन हासिल होता है.
सुनक और ब्रेवरमैन के अलावा इस सूची में विदेश मंत्री लिज ट्रस, नए वित्त मंत्री नाधिम जहावी, वाणिज्य मंत्री पेनी मोर्डेंट, पूर्व कैबिनेट मंत्री केमी बादेनोक, जेरेमी हंट और सांसद टॉम टुगेंदत शामिल थे. 42 वर्षीय सुनक ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए कहा, 'मैं सकारात्मक प्रचार अभियान चला रहा हूं जो इस बात पर केंद्रित है कि मेरे नेतृत्व से पार्टी और देश को क्या लाभ हो सकता है.' इस सूची में जगह बनाने के लिए कम से कम आठ सांसदों के समर्थन की आवश्यकता थी. शुरुआती छंटनी के बाद बचे आठ उम्मीदवारों के बीच अब पहले दौर के मतदान में मुकाबला हुआ. जिनके पास कम से कम 30 सांसदों का समर्थन होता है, वही आगे बढ़ सकते हैं.
नामांकन प्रक्रिया बंद होने से कुछ ही समय पहले पाकिस्तानी मूल के दो उम्मीदवारों-पूर्व स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद और विदेश कार्यालय के मंत्री रहमान चिश्ती ने अपने नाम वापस ले लिए, क्योंकि वे 20 सांसदों का समर्थन हासिल नहीं कर पाए.
ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री का चुनाव पांच सितंबर को किया जाएगा. गुरुवार को दूसरे चरण के मतदान के बाद चरणबद्ध तरीके से अंतिम दो उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.