नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज ली. उन्होंने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी. बूस्टर डोज लगवाते हुए उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया किया. साथ ही उन्होंने कोरोना के बढ़ते खतरे को गंभीरता से लेने का संदेश देते हुए सभी से बूस्टर डोज लगवाने की अपील की है. क्योंकि एक बार फिर से कोरोना का खतरा पूरे विश्व मंडराने लगा है. बताया जाता है कि दक्षिण अफ्रिका में मिला नया स्ट्रेन ओमीक्रोन डेल्टा वेरिएंट से पांच गुना अधिक खतरनाक है.
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने ट्वीट किया, 'मैने अभी-अभी बूस्टर लगाया है. जब आपकी बारी आए, तो अपना बूस्टर लें और अपने दोस्तों और परिवार को भी ऐसा करने के लिए कहें. आइए वायरस को दूसरा मौका न दें.
गौरतलब है कि कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) के मामले दुनियाभर में बढ़ने लगे हैं. वहीं, ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए कई देशों ने एहतियाती कदम उठाने शुरू भी कर दिये हैं. इसी क्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिका आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों (International Travellers) के लिए नई दिशानिर्देशों की घोषणा की है. ये दिशानिर्देश टीकाकरण (Vaccinated) और बिना टीकाकरण (Unvaccinated) वाले दोनों तरह के यात्रियों के लिए हैं.
यूनान में टीका लेने से मना करने वाले 60 साल से अधिक के लोगों को अपनी पेंशन के एक तिहाई भाग से अधिक राशि जुर्माने के रूप में भुगतान करना पड़ सकता है. कोरोना वायरस (coronavirus) के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण इजराइल में वायरस के संभावित वाहक पर जासूसी एजेंसी द्वारा नजर रखी जा सकती है. वहीं, नीदरलैंड में पाबंदियों को लेकर हिंसा की घटनाएं भी हो रही हैं.
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यूनान में टीका न लगवाने पर जुर्माना
यूनान में वरिष्ठ नागरिकों के कोविड-19 रोधी टीका नहीं लेने पर उन्हें 113 डॉलर तक जुर्माना देना पड़ सकता है. सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद यूनान में 60 साल से अधिक उम्र के करीब 17 प्रतिशत लोगों ने अब भी टीके की खुराक नहीं ली है. देश में कोविड-19 से होने वाली 10 मौतों में से नौ लोग 60 साल से अधिक उम्र के होते हैं.
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इजराइल सरकार ने भी उठाया कदम
इजराइल में सरकार ने इस सप्ताह ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित लोगों के संपर्क का पता लगाने के लिए फोन के जरिए निगरानी करने वाली प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की अनुमति दे दी. इजराइल के मानवाधिकार समूहों का कहना है कि तकनीक का इस्तेमाल निजता के उल्लंघन का अधिकार हैं. जबकि शीर्ष अदालत ने इस साल इस तकनीक के सीमित इस्तेमाल का आदेश दिया था. इजराइल के न्याय मंत्री गिडेओन सार ने लोक प्रसारक कान से कहा था, हमें इस उपकरण का उपयोग चरम स्थितियों में करने की आवश्यकता है और मुझे विश्वास नहीं है कि हम उस तरह की स्थिति में हैं.
अफ्रीका के राष्ट्रपति ने टीके लगवाने का किया आह्वान
दक्षिण अफ्रीका में पूर्व में कर्फ्यू और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए गए थे. इस बार, राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा अधिक से अधिक लोगों से टीके लगवाने का आह्वान कर रहे हैं.
अमेरिका ने वैक्सीनेशन पर दिया जोर
उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (joe biden) ने कहा है कि उनका देश कोविड-19 और नए स्वरूप के खिलाफ कदम उठाना जारी रखेगा. पाबंदी और लॉकडाउन तो नहीं लगाए जाएंगे लेकिन टीकाकरण, बूस्टर खुराक लेने, जांच बढ़ाने आदि कदमों पर जोर दिया जाएगा. बाइडेन ने कहा है कि अगर लोग टीका लेते हैं और मास्क पहनते रहेंगे तो लॉकडाउन की कोई आवश्यकता नहीं है.
चीन भी ओमीक्रोन स्वरूप के कारण नई पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं महसूस कर रहा. चीन के रोग नियंत्रण केंद्र की महामारी विज्ञान इकाई के प्रमुख वू जूनयू ने कहा कि हमारा लोक स्वास्थ्य तंत्र इससे प्रभावी तरीके से निपटने में सक्षम है.