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काम नहीं आई पुतिन की धमकी, ब्रिटेन ने किया यूक्रेन को लॉन्ग रेंज मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान

अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन ने रूस से मुकाबले के लिए यूक्रेन को हथियारों की मदद देने की घोषणा की है. ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने रविवार देर रात यूक्रेन को लॉन्ग रेंज मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान कर दिया. ब्रिटेन ने सैन्य मदद की घोषणा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की उस चेतावनी के तुरंत बाद की है, जिसमें उन्होंने पश्चिमी देशों से हथियार आपूर्ति के बाद यूक्रेन पर हमला तेज करने की बात कही थी.

UK to send first long-range missiles to Ukraine
UK to send first long-range missiles to Ukraine
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Published : Jun 6, 2022, 11:44 AM IST

लंदन : अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी रूस से मुकाबला कर रहे यूक्रेन को लॉन्ग रेंज मिसाइल देने का फैसला किया है. ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने रविवार देर रात इसकी घोषणा की. ब्रिटिश रक्षा सचिव ने बयान जारी कर कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा धमकी के बावजूद ब्रिटेन अपनी लॉन्ग रेंज मिसाइल यूक्रेन को भेजेगा. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे रूस की रणनीति बदलती है, वैसे-वैसे यूक्रेन को हमारा समर्थन जारी रहेगा. बिट्रेन के मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम यूक्रेन को रूस की ओर से किए जा रहे लॉन्ग रेंज आर्टिलरी के प्रहार से बचाने में सक्षम बनाएंगे, जिसका अंधाधुंध उपयोग पुतिन की सेना ने किया है. बीबीसी से बात करते हुए बेन वालेस ने कहा कि रूस के हमले से बचाने के लिए ब्रिटेन ने खतरनाक हथियार यूक्रेन को देने का निर्णय लिया है, जो आज के समय में जरूरी है.

ब्रिटेन का मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम एक मिनट के भीतर 12 सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को दाग सकता है. यह 80 किलोमीटर के दायरे में सटीकता के साथ लक्ष्य पर हमला कर सकता है. यह M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) के जैसा ही है, जिसे अमेरिका ने यूक्रेन को भेजा है. रिपोर्ट के अनुसार, जब यूक्रेन इसकी गारंटी देगा कि मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम का उपयोग रूस के भीतर हमले के लिए नहीं किया जाएगा, उसे ये हथियार दे दिए जाएंगे. यूक्रेन इनका इस्तेमाल अपनी रक्षा के लिए कर सकता है.

बता दें कि ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस का बयान उस समय आया है, जब पुतिन ने अपने टारगेट की लिस्ट लंबी कर दी है. पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर यदि पश्चिमी देश कीव को लॉन्ग रेंज हथियार भेजते हैं तो रूस यूक्रेन में हमला करेगा. रविवार को सरकारी मीडिया रूस-1 को दिए गए इंटरव्यू में व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पश्चिम देशों के यूक्रेन को हथियार देने का पीछे का एक ही मकसद है, जहां तक संभव हो, लड़ाई को लंबा खींचा जा सके. रूसी राष्ट्रपति ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति जारी रही तो रूस वहां के उन इलाकों में भी हमला करेगा, जिसे उसने अभी तक बख्श रखा था. उन्होंने कहा कि रूस के पास हमले के लिए पर्याप्त हथियार हैं. पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिका से भेजे गए मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के शिपमेंट से कीव की सेना के लिए कुछ भी नया नहीं मिलेगा. यूक्रेनी सेना के पास पहले से ही सोवियत- और रूसी-डिज़ाइन किए गए ग्रैड, स्मर्च और उरगन सिस्टम हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति की चेतावनी तब आई जब रविवार को रूसी हमले ने कीव के कुछ हिस्सों को हिला दिया. अभी भी यूक्रेन के पूर्वी डोनबास क्षेत्र के प्रमुख शहरों पर नियंत्रण के लिए भीषण लड़ाई जारी है.

पढ़ें : जयशंकर ने चेक गणराज्य के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय मुद्दों, यूक्रेन युद्ध पर की चर्चा

लंदन : अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी रूस से मुकाबला कर रहे यूक्रेन को लॉन्ग रेंज मिसाइल देने का फैसला किया है. ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने रविवार देर रात इसकी घोषणा की. ब्रिटिश रक्षा सचिव ने बयान जारी कर कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा धमकी के बावजूद ब्रिटेन अपनी लॉन्ग रेंज मिसाइल यूक्रेन को भेजेगा. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे रूस की रणनीति बदलती है, वैसे-वैसे यूक्रेन को हमारा समर्थन जारी रहेगा. बिट्रेन के मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम यूक्रेन को रूस की ओर से किए जा रहे लॉन्ग रेंज आर्टिलरी के प्रहार से बचाने में सक्षम बनाएंगे, जिसका अंधाधुंध उपयोग पुतिन की सेना ने किया है. बीबीसी से बात करते हुए बेन वालेस ने कहा कि रूस के हमले से बचाने के लिए ब्रिटेन ने खतरनाक हथियार यूक्रेन को देने का निर्णय लिया है, जो आज के समय में जरूरी है.

ब्रिटेन का मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम एक मिनट के भीतर 12 सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को दाग सकता है. यह 80 किलोमीटर के दायरे में सटीकता के साथ लक्ष्य पर हमला कर सकता है. यह M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) के जैसा ही है, जिसे अमेरिका ने यूक्रेन को भेजा है. रिपोर्ट के अनुसार, जब यूक्रेन इसकी गारंटी देगा कि मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम का उपयोग रूस के भीतर हमले के लिए नहीं किया जाएगा, उसे ये हथियार दे दिए जाएंगे. यूक्रेन इनका इस्तेमाल अपनी रक्षा के लिए कर सकता है.

बता दें कि ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस का बयान उस समय आया है, जब पुतिन ने अपने टारगेट की लिस्ट लंबी कर दी है. पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर यदि पश्चिमी देश कीव को लॉन्ग रेंज हथियार भेजते हैं तो रूस यूक्रेन में हमला करेगा. रविवार को सरकारी मीडिया रूस-1 को दिए गए इंटरव्यू में व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पश्चिम देशों के यूक्रेन को हथियार देने का पीछे का एक ही मकसद है, जहां तक संभव हो, लड़ाई को लंबा खींचा जा सके. रूसी राष्ट्रपति ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति जारी रही तो रूस वहां के उन इलाकों में भी हमला करेगा, जिसे उसने अभी तक बख्श रखा था. उन्होंने कहा कि रूस के पास हमले के लिए पर्याप्त हथियार हैं. पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिका से भेजे गए मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के शिपमेंट से कीव की सेना के लिए कुछ भी नया नहीं मिलेगा. यूक्रेनी सेना के पास पहले से ही सोवियत- और रूसी-डिज़ाइन किए गए ग्रैड, स्मर्च और उरगन सिस्टम हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति की चेतावनी तब आई जब रविवार को रूसी हमले ने कीव के कुछ हिस्सों को हिला दिया. अभी भी यूक्रेन के पूर्वी डोनबास क्षेत्र के प्रमुख शहरों पर नियंत्रण के लिए भीषण लड़ाई जारी है.

पढ़ें : जयशंकर ने चेक गणराज्य के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय मुद्दों, यूक्रेन युद्ध पर की चर्चा

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