नई दिल्ली : 13वें ब्रिक्स सम्मेलन में ब्रिक्स ने अफगानिस्तान पर कहा, हमने हिंसा से दूर रहने और हालात को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आह्वान किया है. हम अफगानिस्तान में नवीनतम घटनाओं पर चिंता के साथ नजर रखे हुए हैं.
ब्रिक्स ने कहा, हम समग्र अंतर अफगान वार्ता की आवश्यकता पर जोर देते हैं ताकि स्थिरता, शांति, कानून-व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके. हम काबुल हवाई अड्डे के पास हुए आतंकवादी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए और घायल हुए.
ब्रिक्स आतंकवाद से लड़ने की प्राथमिकता को रेखांकित करता है, जिसमें आतंकवादी समूहों द्वारा अफगानिस्तान की जमीन को उनकी पनाहगाह के रूप में उपयोग करने के प्रयासों को रोकना शामिल है. अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ हमले करने और मादक पदार्थ की तस्करी के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
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ब्रिक्स ने अपने घोषणापत्र में अफगानिस्तान मुद्दे पर कहा, हम मानवीय स्थिति पर ध्यान देने और अल्पसंख्यकों समेत सभी के मानवाधिकारों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हैं. हम आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी निंदा करते हैं, चाहे वह कभी भी, कहीं भी और किसी के द्वारा किया गया हो. हम आतंकवादियों की सीमा पार गतिविधियों समेत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम आतंकवाद से निपटने और आतंकवाद के लिए अनुकूल कट्टरपंथ का मुकाबला करने के संबंध में दोहरे मानकों को खारिज करते हैं.
बता दें कि ब्रिक्स सम्मेलन की थीम ब्रिक्स एट 15 : इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कंसॉलिडेशन एंड कंसेंसस (BRICS at 15: Intra-BRICS Cooperation for Continuity, Consolidation and Consensus) रखी गई है.
(पीटीआई-भाषा)