लखनऊ: रेलवे प्रशासन ने अकाल तख्त ट्रेन से सफर के दौरान नशे की हालत में महिला यात्री पर पेशाब करने वाले टीटीई को भले ही बर्खास्त कर दिया है. लेकिन रेलवे की इससे जो फजीहत हुई है उसे अधिकारी कभी भुला नहीं पाएंगे. इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए अब रेलकर्मियों का ट्रेन संचालन के दौरान ब्रेथ एनेलाइजर टेस्ट किया जाएगा. टीटीई और फ्रंटलाइन स्टाफ के व्यवहार को सरल बनाने के लिए उन्हें प्रोफेशनल की मदद से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी.
बता दें कि 3 दिन पहले अकाल तख्त एक्सप्रेस में महिला यात्री पर नशे की हालत में एक टीटीई के पेशाब कर दिया था. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टीटीई की इस हरकत से रेलवे की जमकर किरकिरी हुई. टीटीई की इस हरकत से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी नाराज हो गए. उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए टीटीई को बर्खास्त कर दिया. इसके बाद इस तरह की घटना को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड स्तर की तैयारियां शुरू कर दी है. रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि ड्यूटी से पहले लोको पायलट, गार्ड, टीटीई का ब्रेथ एनेलाइजर टेस्ट होता है. लेकिन अब औचक निरीक्षण कर चलती ट्रेन में बीच रास्ते भी यह टेस्ट कराया जाएगा. इतना ही नहीं रेलवे पास पर यात्रा करने वालों की भी औचक जांच होगी. निरीक्षण में यात्रियों की भी जांच की जाएगी. ट्रेन में शराब का सेवन और नशे में पाए जाने पर रेलवे कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा.
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा का कहना है कि रेलवे बोर्ड की तरफ से अभी लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. लेकिन मौखिक तौर पर इसके निर्देश मिले हैं. अभी तक ट्रेनों में ड्यूटी से पहले ही गार्ड और क्रू की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की जाती है. इसके बाद ही उन्हें ट्रेन पर भेजा जाता है. अब जब ट्रेनों में सफर के दौरान शराब पीने की शिकायतें सामने आई है तो औचक जांच की जाएगी और नशे में पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी.
ट्रेन में बेटिकट पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाईः ट्रेनों में पुलिसकर्मियों के अक्सर बेटिकट यात्रा करने की शिकायतें सामने आती रहती हैं. इस वजह से टीटीई से बेटिकट यात्रा करने को लेकर कहासुनी भी हो जाती है. अब ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों पर रेलवे प्रशासन एक्शन लेगा. 10 मार्च को अर्चना एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों ने टीटीई संदीप कुमार के साथ अभद्रता की थी. जिस पर रेलवे विभाग ने गंभीर रुख अख्तियार किया है. सहायक वाणिज्य प्रबंधक ने सभी जांच कर्मियों को निर्देश दिया है कि ट्रेन में जांच के दौरान अगर कोई पुलिसकर्मी बिना टिकट पाया जाता है तो तत्काल कार्रवाई करनी होगी. इसकी सूचना सहायक वाणिज्य नियंत्रक को करने के साथ कैप्टन रिपोर्ट में उसकी डायरी दर्ज करें. रेलवे के इस कदम के बाद अब ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करने से पुलिसकर्मी भी घबरा रहे हैं.
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