कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर में हुए सड़क हादसे में ओडिशा के नायब तहसीलदार, उनकी पत्नी और साले सहित चार लोगों की मौत हो गई है. यह सभी लोग शनिवार रात एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे. इसके बाद से इनका पता नहीं चल रहा था. सोमवार सुबह नेशनल हाईवे (NH-30) से लापता हुई उनकी कार कुएं में गिरी मिली. पुलिस ने कार बाहर निकलवाई है. इसमें पुलिस को चारों लोगों का शव मिला है.
कांकेर थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया " मृतक तहसीलदार की बड़ी बहन रीना दत्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके घर विवाह समारोह में ओडिशा के उमरकोट और कोंडागांव से रिश्तेदार पहुंचे थे. वे कम्युनिटी हॉल से शनिवार रात 10: 30 बजे निकले थे. लेकिन गंतव्य तक नहीं पहुंचे. गुमशुदगी की रिपोर्ट पर जांच के दौरान कुंए की तरफ गाड़ी जाने के निशान मिले. जिसके बाद कुंए में तलाशी की गई. कुंंए से कार और चारों के शव बरामद कर लिए गए है. सड़क दुर्घटना के कारण हादसा हुआ."
ये है पूरा मामला: 6 दिसंबर को ओडिशा के उमरकोट में पदस्थ नायब तहसीलदार सपन सरकार (56 साल) अपनी पत्नी रीता सरकार के साथ बड़ी बहन रीना दत्ता के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए कांकेर के गोविंदपुर पहुंचे थे. वे कांकेर से बैतूल बारात में भी गए थे. 10 दिसंबर को गोविंदपुर में रिसेप्शन में शामिल हुए. पार्टी में रीना दत्ता का भाई और नायब तहसीलदार के साले विश्वजीत अधिकारी और उनके कोंडागांव के रहने वाले एक परिचित हजारी लाल ढाली भी शामिल हुए. पार्टी के बाद रात 10.30 बजे कार ओडी 24 सी 1705 से चारों रवाना हुए थे. रात 11 बजे से ही सभी का मोबाइल बंद हो गया था. मोबाइल बंद होने की लोकेशन कांकेर के जंगलवार कॉलेज के आसपास मिली. लिहाजा पुलिस ने जंगलवार कॉलेज के पास स्थित कुएं में तलाश किया था.
3 बार कॉल जाने के बाद सभी मोबाइल रात से बंद: रविवार दोपहर जब बुजुर्ग हजारी लाल ढाली की बेटी जयंती बोस ने रीता सरकार के मोबाइल पर कॉल किया तो तीन बार घंटी बजने के बाद मोबाइल बंद हो गया. रविवार दोपहर तक जब इनकी कोई जानकारी नहीं मिली तो परिजन कांकेर थाना पहुंचे. लापता लोगों में ओडिशा के रायगड़ा जिले के नायब तहसीलदार भी शामिल हैं. कार भी उन्हीं की है. सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार के बेटे नवजीत सरकार अपने साथी के साथ माता पिता की तलाश में निकले. रास्ते भर कार व लापता लोगों की तलाश की. कोंडागांव व कांकेर से भी परिवार के लोगों ने रास्ते में तलाश की, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला.
सोने का हार पहनी थी महिला, लूट की भी जताई गई थी आशंका: पुलिस सभी एंगल को ध्यान में रख जांच कर रही थी. प्रारंभिक जांच में सड़क हादसे की आशंका को लेकर जांच की गई, लेकिन कोंडागांव व उमरकोट तक कहीं भी दुर्घटना या क्षतिग्रस्त वाहन नहीं मिला. रास्ते में भी वाहन नहीं मिला. जांच में यह बात सामने आई कि महिला करीब 3 लाख रुपये के जेवर पहनी है. इसके अलावा करीब 20 हजार कैश भी साथ में है. लूट की आशंका को लेकर भी जांच की गई थी.