गांधीनगर: गुजरात राज्य की तीन राज्यसभा सीट के लिए 24 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को बीजेपी के तीनों उम्मीदवार निर्विरोध घोषित कर दिए गए. कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा, क्योंकि उनके पास पर्याप्त विधायक नहीं थे. बीजेपी के तीनों सांसद विदेश मंत्री एस जयशंकर, बाबूभाई देसाई और केशरी देव सिंह झाला दिल्ली में 20 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में शपथ लेंगे.
सोमवार को फॉर्म वापस लेने का आखिरी दिन था. बीजेपी से रजनी पटेल, रघु हुंबल और प्रेरक शाह ने डमी कैंडिडेट के तौर पर फॉर्म भरा था. डमी कैंडिडेट का फॉर्म वापस लिया गया. इसके अलावा, अहमदाबाद के 2 नागरिकों ने पूर्व सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन किया था. चूंकि सोमवार को फॉर्म वापस लेने का आखिरी दिन था, इसलिए डमी उम्मीदवारों ने फॉर्म वापस ले लिया और फॉर्म के सत्यापन में निर्दलीय उम्मीदवारों को 10 विधायकों का समर्थन नहीं मिलने के कारण दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों के फॉर्म रद्द कर दिए गए.
इसलिए अब राज्य चुनाव आयोग की ओर से सभी उम्मीदवारों को गैर-प्रतियोगी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अब राज्य चुनाव आयोग केंद्रीय चुनाव आयोग को सूचित करेगा. केंद्रीय चुनाव आयोग आधिकारिक तौर पर तीन उम्मीदवारों को निर्विरोध घोषित कर देगा.
बीती 11 जुलाई को बीजेपी की ओर से सिर्फ विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी उम्मीदवारी दाखिल की. बाकी दो नामों पर लगातार चर्चा हो रही थी. इस पर बीजेपी ने पूर्व बीजेपी विधायक बाबूभाई देसाई और वांकानेर राजवी केशरीदेव सिंह झाला को चुना. अगले महीने अगस्त में विदेश मंत्री एस जयशंकर, जुगलजी ठाकोर और दिनेश अनावाडिया अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं.
राजनीतिक रणनीति: बाबूभाई देसाई और केशरीदेव सिंह झाला को बीजेपी ने दो राज्यसभा उम्मीदवारों के रूप में चुना है. बाबूभाई देसाई बीजेपी से कांकेरेज से विधायक चुने गए. वे उत्तर गुजरात के रहने वाले हैं. इसके अलावा बाबूभाई देसाई को रबारी समाज का भामाशाह भी कहा जाता है. वहीं दूसरी ओर वांकानेर के राजपरिवार के केसरीदेव सिंह झाला को राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में चुना गया है. वे सौराष्ट्र क्षेत्र से आते हैं और ऐसे में बीजेपी पार्टी ने राज्यसभा में सौराष्ट्र और उत्तरी गुजरात को प्राथमिकता दी है.