नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली नगर निगम के चुनाव में बीजेपी कुछ सीटों से पिछड़ गई, वहीं दूसरी तरफ हिमाचल और गुजरात में पार्टी आत्मविश्वास से लबरेज होकर जीत का दावा कर रही है और दिल्ली के चुनाव में हारकर भी भारतीय जनता पार्टी इसे जीत बता रही है, क्योंकि पार्टी का कहना है की बीजेपी के वोट प्रतिशत में 3 फीसदी का बढ़ावा हुआ है. वहीं दूसरी ओर केजरीवाल के वोट प्रतिशत में कमी आई है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला का दावा है कि हिमाचल में बीजेपी रिवाज बदलते हुए सरकार बनाने जा रही है, वहीं गुजरात में पार्टी को प्रचंड जीत मिलने जा रही है. प्रेम शुक्ला का कहना है कि हिमाचल में 15 हजार किलोमीटर सड़क बनाना, पीने का पानी पहुंचाना, लोगों के घरों तक गैस पाइपलाइन बिछाना इसी तरह गुजरात का विकास मॉडल और गुजरात में लोगों के जीडीपी दर में हुई बढ़ोतरी, ये तमाम चीजें जनता और राज्य के विकास की हैं, जो वहां बीजेपी की सरकार ने कितना काम किया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना है कि यदि देखा जाए तो 2020 में आम आदमी पार्टी को 42 फीसदी वोट मिले. अब उनका प्रतिशत 40 फीसदी हो गया है, जबकि भाजपा के वोट शेयर में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि कुछ ध्रुवीकरण ब्रिगेड की जो कोशिश रही, उसकी वजह से कुछ 12 प्रतिशत वोट की कमी रह गई.
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लेकिन यदि देखा जाए तो जो उनके भ्रष्टाचारी मंत्री थे, चाहे वो सत्येंद्र जैन हो या फिर मनीष सिसोदिया, इन सबके इलाके में ज्यादातर सीटों पर आम आदमी पार्टी की हार हुई है, इसलिए ये उनकी एंटी इनकंबेंसी है, लेकिन जहां तक बात हिमाचल और गुजरात की बात है, वहां भाजपा ने इतना काम किया है कि एंटी इनकंबेंसी का सवाल ही नहीं है.