कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद बड़ी संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पार्टी का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में फिर से शामिल हो रहे हैं. गुरुवार को बीरभूम जिले में करीब 150 भाजपा कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हुए. हालांकि, टीएमसी में शामिल होने पर उन्हें विचित्र प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है.
जानकारी के अनुासर, जिले के तृणमूल नेताओं के निर्देश पर पार्टी में शामिल होने वाले सभी भाजपा कार्यकर्ताओं का 'शुद्धिकरण' किया गया. उन्होंने कहा कि इसका मकसद उनके शरीर और आत्मा को 'भगवा वायरस' से मुक्त करना है.
टीएमसी नेता दुलाल राय (Dulal Ray) ने कहा कि हमने टीएमसी में शामिल हुए भाजपा कार्यकर्ताओं का शुद्धिकरण किया और उन्हें भाजपा 'वायरस' से मुक्त कर दिया.
टीएमसी नेताओं के इस कृत्य की कड़ी आलोचना हो रही है. भाजपा नेतृत्व ने दावा किया कि इस तरह की घिनौनी हरकत कर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने साबित कर दिया है कि वे सबसे घातक वायरस हैं.
विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा नेतृत्व मुखर रहा है. भाजपा का कहा है कि राज्य के विभिन्न इलाकों में उनके समर्थक धमकी और यातना के डर से तृणमूल में शामिल होने के लिए मजबूर हैं.
वहीं, टीएमसी नेता दुलाल राय ने दावा किया कि गुरुवार को तृणमूल में शामिल होने वाले 150 लोगों ने स्वीकार किया कि भाजपा में शामिल होना उनके जीवन की एक गलती थी. उन्होंने कहा, इसलिए हमने उनके सामने शर्त रखी थी कि उन्हें शुद्धिकरण के बाद ही तृणमूल में शामिल किया जाएगा. उन्होंने खुशी-खुशी हमारी शर्त स्वीकार कर ली. उसके बाद उनका शुद्धिकरण किया गया और पार्टी का झंडा सौंपा गया.
उन्होंने यह भी दावा किया कि जिले के कई भाजपा समर्थकों ने तृणमूल में शामिल होने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा, भाजपा कार्यकर्ता टीएमसी के कार्यालयों के सामने भी तख्तियां लिए बैठे हैं और तृणमूल में शामिल होने की अपील कर रहे हैं.
भाजपा ने टीएमसी को बताया सबसे घातक वायरस
वहीं, इस मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के बाद तृणमूल नेता अब भाजपा कार्यकर्ताओं पर निशाना साध रहे हैं. इसलिए कुछ को तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है, जो वास्तव में सबसे घातक वायरस है.
![कार्यकर्ताओं का शुद्धिकरण](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12250639_gangajal1.jpg)
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बता दें कि पिछले हफ्ते भी बीरभूम जिले में कम से कम 300 भाजपा समर्थक टीएमसी में शामिल हुए थे. इस दौरान उन पर भी 'गंगाजल' छिड़क कर उनका शुद्धिकरण किया गया था. ये सभी तृणमूल कांग्रेस कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठे थे और पार्टी में शामिल किए जाने की मांग कर रहे थे.
![कार्यकर्ताओं का शुद्धिकरण](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12250639_gangajal2.jpg)
हुगली में भी किया गया गंगाजल से 'शुद्धिकरण'
इसके अलावा, दो दिन पहले हुगली जिले में भाजपा के लगभग 200 कार्यकर्ताओं को गंगाजल से 'शुद्ध' करने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल किया गया था. कार्यकर्ताओं का कहना था कि भाजपा में शामिल होना उनकी एक गलती थी. उन्होंने अपना सिर मुंडाया और अपनी गलती का 'प्रायश्चित' करने के लिए गंगाजल छिड़का और 'शुद्ध' होने के बाद टीएमसी में शामिल हो गए.