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ईमानदारी से परिणाम आए तो भाजपा को काफी नुकसान, बेईमानी से होगा कम: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait speaks on UP Assembly Result) ने कहा कि भाजपा की सरकारी यूनिवर्सिटी जो नागपुर में है, वह पार्टी के हारे हुए छात्रों को भी जीत का सर्टिफिकेट दे देते हैं. इस बार भी जो प्रत्याशी हार जाएगा, उसे जीत का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, क्योंकि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. हम भाजपा नेताओं से बात नहीं करते, लेकिन सरकार से बात करना चाहते जो वह करते नहीं.

राकेश टिकैत
राकेश टिकैत
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Published : Mar 6, 2022, 3:36 PM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के छह चरण के मतदान (UP assembly six phase election) हो चुके हैं. अंतिम चरण के मतदान से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait speaks on UP Assembly Result) ने कहा है कि इस बार भाजपा को काफी नुकसान होगा, अगर ईमानदारी से परिणाम आए तो.

यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग 7 मार्च को कराई जाएगी (UP Election 7th phase on 7th march), इस दौर में 54 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनपर 613 उम्मीदवार चुनाव मैदान (no. of candidates in 7th phase UP Election) में हैं. सातवें दौर में दो करोड़ छह लाख मतदाता है. इनमें एक करोड़ 10 लाख पुरुष और 96 लाख महिला मतदाता हैं. इस दौर में 1017 तीसरे लिंग वाले मतदाता भी हैं. सातवें चरण से पहले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait speaks before 7th phase election) ने कहा कि भाजपा को छह चरणों में ईमानदारी का नुकसान है. यदि बेईमानी करते हैं, तो कम नुकसान होगा. सरकार से लोग नाराज हैं. हालांकि, आंकड़ा नहीं बता सकता लेकिन काफी नुकसान है.

भाजपा की सरकारी यूनिवर्सिटी जो नागपुर में है, वह पार्टी के हारे हुए छात्रों को भी जीत का सर्टिफिकेट दे देते हैं. इस बार भी जो प्रत्याशी हार जाएगा, उसे जीत का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, क्योंकि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. हम भाजपा नेताओं से बात नहीं करते, लेकिन सरकार से बात करना चाहते जो वह करते नहीं. उन्होंने आगे कहा कि किसान किसी को समर्थन नहीं दे रहा, किसान सिर्फ आंदोलन से जिंदा रहेगा. जिस राज्य में किसानों का आंदोलन मजबूत रहेगा, वही किसान सर्वाइव कर सकता है.

पढ़ें : मोदी सरकार देश में मजदूरों की फौज कर रही तैयार : राकेश टिकैत

विधानसभा चुनाव में भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस लगातार जनता के बीच आकर वोट मांग रही है. वहीं, अपने विरोधियों पर जमकर निशाना भी साध रही है. अंतिम दौर के चुनाव में आजमगढ़, वाराणसी और विंध्याचल मंडल के नौ जिलों में मतदान कराया जाएगा. आखिरी चरण के होने वाले मतदान की 54 सीटों में से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 29 सीटें भाजपा ने, 11 सीटें सपा ने, 6 सीटें बसपा ने, तीन सीटें सुभासपा ने और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी. सुभासपा ने पिछला चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. इस बार वह सपा के साथ मिलकर लड़ रही है, वहीं निषाद पार्टी ने पिछला चुनाव अकेले लड़ा था। जो कि अब भाजपा की गठबंधन सहयोगी है.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के छह चरण के मतदान (UP assembly six phase election) हो चुके हैं. अंतिम चरण के मतदान से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait speaks on UP Assembly Result) ने कहा है कि इस बार भाजपा को काफी नुकसान होगा, अगर ईमानदारी से परिणाम आए तो.

यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग 7 मार्च को कराई जाएगी (UP Election 7th phase on 7th march), इस दौर में 54 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनपर 613 उम्मीदवार चुनाव मैदान (no. of candidates in 7th phase UP Election) में हैं. सातवें दौर में दो करोड़ छह लाख मतदाता है. इनमें एक करोड़ 10 लाख पुरुष और 96 लाख महिला मतदाता हैं. इस दौर में 1017 तीसरे लिंग वाले मतदाता भी हैं. सातवें चरण से पहले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait speaks before 7th phase election) ने कहा कि भाजपा को छह चरणों में ईमानदारी का नुकसान है. यदि बेईमानी करते हैं, तो कम नुकसान होगा. सरकार से लोग नाराज हैं. हालांकि, आंकड़ा नहीं बता सकता लेकिन काफी नुकसान है.

भाजपा की सरकारी यूनिवर्सिटी जो नागपुर में है, वह पार्टी के हारे हुए छात्रों को भी जीत का सर्टिफिकेट दे देते हैं. इस बार भी जो प्रत्याशी हार जाएगा, उसे जीत का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, क्योंकि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. हम भाजपा नेताओं से बात नहीं करते, लेकिन सरकार से बात करना चाहते जो वह करते नहीं. उन्होंने आगे कहा कि किसान किसी को समर्थन नहीं दे रहा, किसान सिर्फ आंदोलन से जिंदा रहेगा. जिस राज्य में किसानों का आंदोलन मजबूत रहेगा, वही किसान सर्वाइव कर सकता है.

पढ़ें : मोदी सरकार देश में मजदूरों की फौज कर रही तैयार : राकेश टिकैत

विधानसभा चुनाव में भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस लगातार जनता के बीच आकर वोट मांग रही है. वहीं, अपने विरोधियों पर जमकर निशाना भी साध रही है. अंतिम दौर के चुनाव में आजमगढ़, वाराणसी और विंध्याचल मंडल के नौ जिलों में मतदान कराया जाएगा. आखिरी चरण के होने वाले मतदान की 54 सीटों में से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 29 सीटें भाजपा ने, 11 सीटें सपा ने, 6 सीटें बसपा ने, तीन सीटें सुभासपा ने और निषाद पार्टी ने एक सीट जीती थी. सुभासपा ने पिछला चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. इस बार वह सपा के साथ मिलकर लड़ रही है, वहीं निषाद पार्टी ने पिछला चुनाव अकेले लड़ा था। जो कि अब भाजपा की गठबंधन सहयोगी है.

(आईएएनएस)

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