जयपुर/दौसा: राजस्थान के एक गांव में एक विवाहिता के साथ कथित तौर पर गैंगरेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है. आरोपियों ने महिला के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया था. जब महिला घर नहीं पहुंची तो उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया गया. इसके बाद पुलिस ने महिला का शव बरामद कर लिया. मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस ने बताया कि महिला से गैंगरेप और हत्या के मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला रविवार की सुबह जयपुर से अपने माता-पिता के घर दौसा जाने के लिए बस से निकली थी. दौसा के पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने कहा कि वह दौसा में अपने गांव के बस स्टैंड पर पहुंची और अपने घर की तरफ जा रही थी, उसी दौरान आरोपियों ने लिफ्ट देने के बहाने से आरोपी महिला को गांव ले जाने की बजाय वन क्षेत्र में ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया.
एसपी ने बताया कि गैंगरेप के बाद आरोपियों ने महिला की हत्या कर दी और उसके शव को एक कुएं में फेंक दिया. इस बीच जब पीड़िता घर नहीं पहुंची तो रविवार शाम उसके माता-पिता ने दौसा के रामगढ़ पचवारा थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. महिला का शव सोमवार तड़के पुलिस ने बरामद कर लिया. एसपी ने कहा कि कालूराम मीणा नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. प्राथमिक जांच से पता चलता है कि महिला आरोपी को नहीं जानती थी. शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया है.
भाजपा ने साधा निशाना: मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा (Satish Poonia targets CM Gehlot) है. पूनिया ने सोमवार देर रात एक बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में ऐसा कोई भी दिन नहीं जिस दिन महिलाओं पर अत्याचार के मामले सामने नहीं आ रहे. बहन-बेटियों के साथ आए दिन दरिंदगी के मामले सामने आ रहे हैं. आखिर कैसे राज्य के मुखिया को चैन से नींद आ जाती है, यह समझ से परे है.
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पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत की ऐसी क्या मजबूरी है कि वो कानून का राज स्थापित नहीं कर पा रहे हैं? कांग्रेस के शासन में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि सरकारी कर्मचारियों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दौसा गैंगरेप व हत्या मामले में दरिंदों की जल्द गिरफ्तारी हो, सख्त सजा दी जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले. पूनिया ने अपने बयान में कहा कि अशोक गहलोत राजस्थान के इतिहास में अब तक के सबसे विफल मुख्यमंत्री साबित हुए हैं. इनसे ना प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल पाई, ना बहन-बेटियों को सुरक्षा दे पाए, ना युवाओं को रोजगार दे पाए, ना किसानों की कर्ज माफी के वादे को पूरा कर पाए, सिर्फ एक ही काम में लगे रहे कि कैसे भी करके अपनी कुर्सी बची रहे.